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क्यों फंसा बीआरएबीयू के पार्ट-1 का रिजल्ट, सामने आ गए प्रमुख कारण

बीआरएबीयू की ओर से कहा गया कि रोल नंबर के कारण फंसा स्नातक का परिणाम। तीन बार जारी हुआ था एडमिट कार्ड कुछ का पुराने तो कुछ का नए एडमिट कार्ड से आया परिणाम। प्रायोगिक परीक्षा व मुख्य परीक्षा में अलग-अलग रोल नंबरदोनों मैच नहीं होने के कारण फंसा पेच।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 09:22 AM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 09:22 AM (IST)
कालेज संचालकों को भी रोल नंबर के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक प्रथम वर्ष सत्र 2019-22 का एडमिट कार्ड बार-बार जारी करना परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का मुख्य कारण बना है। विवि की ओर से तीन बार एडमिट कार्ड जारी किया गया। इस क्रम में कुछ विद्यार्थियों ने पहले एडमिट कार्ड से कुछ पेपर की परीक्षा दी और इसके बाद फिर दूसरा एडमिट कार्ड मिला। बाद के पेपर की परीक्षा इस रोल नंबर पर दिया। ऐसे में विद्यार्थी को अनुपस्थित बता दिया गया। वहीं प्रायोगिक परीक्षा में क्लास रोल नंबर के आधार पर माक्र्सफाइल तैयार कर भेजा गया। तीनों में तीन रोल नंबर होने के कारण हजारों की संख्या में विद्यार्थियों का परिणाम फंस गया है। विवि की ओर से फिर से कालेजों से विद्यार्थियों के प्रायोगिक परीक्षा का अंक, रोल नंबर सहित भेजने को कहा गया है। ऐसे में कालेज संचालक भी परेशान हैं कि किस रोल नंबर के अनुसार अंक भेजा जाए। 

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ग्रेस के चक्कर में विषम संख्या में आया परिणाम

स्नातक के सत्र 2019-22 के प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में विषम संख्या में परिणाम जारी होने के पीछे ग्रेस अंक देने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार जो विद्यार्थी अधिकतम पांच अंक से फेल हो रहे थे। उन्हें ग्रेस दिया गया। ग्रेस में मिले ये अंक साफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण सभी विद्यार्थियों को मिल गए। इस कारण काफी संख्या का परिणाम विषम संख्या में आ गया।

सैकड़ों विद्यार्थी पहुंचे मुख्यालय, किया हंगामा

विवि खुलने के लगातार दूसरे दिन भी विवि में परिणाम सुधार के लिए स्नातक और पीजी के छात्रों का पहुंचना जारी रहा। सीतामढ़ी, मोतिहारी, बेतिया, बगहा और वैशाली से पहुंचे दर्जनों की संख्या में विद्यार्थियों ने विवि परिसर में अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। विद्यार्थी जब विवि पहुंचे तो एक भी पदाधिकारी मौजूद नहीं मिले। इसपर उनका गुस्सा फूट पड़ा। विद्यार्थियों ने कहा कि वे परीक्षा में शामिल हुए थे। उनकी हाजिरी भी बनी हुई है फिर उन्हें अनुपस्थित कैसे बता दिया गया। परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने कहा कि परिणाम में सुधार को लेकर लगातार प्रयास हो रहा है। जिन विद्यार्थियों का रोलनंबर मैच नहीं हुआ उन्हें प्रायोगिक पेपर में अनुपस्थित बताया गया था। हालांकि, अब उस कालम को खाली करा दिया गया है। कालेज से ऐसे विद्यार्थियों का अंक मंगाकर परिणाम सुधार कर एक सप्ताह के भीतर जारी कर दिया जाएगा।

छात्रों की समस्या में करें सुधार या कुर्सी छोड़ें अधिकारी : अभाविप

मुजफ्फरपुर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से मंगलवार को परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी के खिलाफ विवि परिसर में परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन किया गया। अभाविप के विश्वविद्यालय संयोजक केशरीनंदन शर्मा ने कहा कि स्नातक और पीजी के परिणाम में भारी गड़बड़ी की गई है। बिना कापी जांच किए ही अंक दे दिया गया है। विवि के अधिकारी विद्यार्थियों के भविष्य से खेल रहे हैं। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रभात मिश्रा, महानगर मंत्री दीपंकर गिरी ने कहा कि छात्रहित से अधिकारियों का कोई सरोकार ही नहीं है। तकनीकी समस्या, अपरिहार्य कारण व मानवीय भूल बताकर परीक्षा नियंत्रक पल्ला झाड़ रहे हैं। अगर सारी गलती एजेंसी की है तो इसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। विद्यार्थी परिषद ने परीक्षा नियंत्रक को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर अगले पांच दिनों में स्नातक और पीजी का परिणाम नहीं सुधरा तो उन्हें इस्तीफा सौंपना पड़ेगा। ऐसा नहीं होने पर विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय में तालाबंदी करेगी। मौके पर जिला संयोजक पुष्कर ङ्क्षसह, प्रभात श्रीवास्तव, अभिषेक ङ्क्षसह, अजीत कुमार, मयंक मिश्रा, अनिकेत कुमार, दिव्यांशु कुमार, धर्मेंद्र कुमार पूजा कुमारी, काजल कुमारी, अनुराधा कुमारी आदि थे।  


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