क्यों पश्चिम चंपारण के कई दिग्गज पंचायत चुनाव में हो गए ढेर, जानिए किसे मिला मौका
मधुबनी के निवर्तमान प्रमुख प्रतिनिधि रहे मन्नू सिंह चंदेल की माता सावित्री देवी को हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन उनकी पत्नी नीलम देवी धनहा से चुनाव जीत गईं। दूसरी ओर पिपरासी के निवर्तमान प्रमुख यशवंत नारायण यादव और उनकी पत्नी और पिपरासी पंचायत की निवर्तमान मुखिया हार गईं।
बगहा, जासं। पंचायत चुनाव में दियारावर्ती चार प्रखंडों क्रमश: मधुबनी, ठकराहां, भितहां और पिपरासी के मतदाताओं ने परिवर्तन का संदेश दिया। नतीजा कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा तो कई नए चेहरों को मतदाताओं का सहारा मिला और वे चुनावी वैतरणी पार करने में सफल रहे। एमएलसी भीष्म सहनी की बहू अनिता कुमारी बीडीसी बनीं। वहीं उनकी बेटी को हार का सामना करना पड़ा। मधुबनी के निवर्तमान प्रमुख प्रतिनिधि रहे मन्नू सिंह चंदेल की माता सावित्री देवी को हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन उनकी पत्नी नीलम देवी धनहा से चुनाव जीत गईं।
दूसरी ओर पिपरासी के निवर्तमान प्रमुख यशवंत नारायण यादव और उनकी पत्नी और पिपरासी पंचायत की निवर्तमान मुखिया उर्मिला देवी भी चुनाव हार गईं। ठकराहां के निवर्तमान प्रमुख राघवेंद्र प्रताप सिंह अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। कई पंचायतों में मतदाताओं के भरोसे पर पहली बार खरा उतरे प्रत्याशी भारी मतों से चुनाव जीते। मधुबनी प्रखंड के चिउरही पंचायत से विजय यादव ने 600 मतों से निकटतम प्रतिद्वंदी वीरेंद्र यादव को मात दी। इसी तरह पिपरासी की सेमरा लबेदाहा पंचायत की निवर्तमान मुखिया मनोरमा देवी अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। उन्हें 818 मत मिले। जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी भ्ंगरी देवी को 721 मत मिले। देर रात तक विभिन्न पदों के मतों की गणना जारी रही। इस दौरान जिनके सिर जीत का सेहरा बंधा, समर्थकों ने जमकर अबीर-गुलाल उड़ाए। जबकि जिन्हें हार का मुंह देखना पड़ा, वे अपनी हार पर मंथन करने नजर आए।
कटरा में 16 मुखियों की कुर्सी खिसकी, छह ने बचाई इज्जत
कटरा (मुजफ्फरपुर), संस :पंचायत चुनाव में बदलाव की बयार में कटरा प्रखंड के 16 मुखियों की कुर्सी खिसक गई। महज 6 निवर्तमान मुखिया अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। वहीं, सरपंच और पंचायत समिति सदस्य में भारी बदलाव हुआ। वहीं, जिला परिषद की तीनों सीटों पर नए चेहरे को कामयाबी मिली। प्रखंड की हथौड़ी पंचायत से तीन बार मुखिया रह चुके मो. इफ्तेखार आलम को मो. इश्तेयाक अहमद ने हरा दिया। वहीं, बेरई उत्तरी से हैट्रिक लगा चुके लालबाबू बैठा को अभिमन्यु कुमार उर्फ अंकित ने पराजित किया। बेरई दक्षिण से मृदुला देवी ने डॉली देवी, मधेपुरा से जयकिशुन राम ने राम स्वार्थ पासवान को शिकस्त दी। शिवदासपुर से निवर्र्तमान मुखिया ममता देवी अपनी सीट बचाने में सप्पल रही। वहीं धनौर से निवर्तमान मुखिया दोबारा जीत गए।
कटरा से देवेंद्र सहनी ने अरुण कुमार, सोनपुर से हीरा कुमार ने निवर्तमान मुखिया मुकेश कुमार को पराजित किया। चंगेल में तीन बार की मुखिया कुमारी सुनंदा को सुभद्रा देवी ने शिकस्त दी। बसघटृा से निवर्र्तमान मुखिया निर्मला देवी को वीणा देवी ने हराया। कटाई से कृष्णा देवी ने दूसरी बार जीत हासिल की। वहीं, नगवारा से सविता देवी ने सुषमा देवी को हराया। यजुआर पश्चिम से दो बार मुखिया रह चुके भोगेंद्र सहनी को अशोक ठाकुर ने पराजित किया। वहीं, यजुआर मध्य से सुमननाथ ठाकुर ने दोबारा जीत दर्ज की। यजुआर पूर्वी से गुलाम गौस ने कौशल सिंह को हराया। पहसौल से निवर्तमान मुखिया कशीरन खातून ने दोबार जीत हासिल की। खंगुराडीह में मो. हैदर ने रामपुकार शर्मा, बेलपकौना से मो. सफदर ने अबु सालिम, लखनपुर से अनीता देवी ने अमरावती देवी, बर्री से पवित्री देवी ने रुबी देवी को हराया। तेहवारा से निवर्र्तमान मुखिया शर्मिला देवी कुर्सी बचाने में सफल रहीं। बंधपुरा से एहतेशाम अहमद कादरी ने मो. फुरकान को शिकश्त दी।