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क्यों बिहार यूनिवर्सिटी के दर्जन भर कालेजों की मान्यता पर लटक रही तलवार?

कई कालेजों में भवन नहीं हैं तो कई के जमीन में पेच है। करीब दर्जन भर कालेजों में शिक्षकों की नियुक्ति में विश्वविद्यालय अधिनियम का अनुपालन नहीं किया गया है। ऐसे में सिंडिकेट की बैठक में सदस्यों की ओर से इनपर सवाल उठाए जाने के बाद कमेटी इन्हें देख रही।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 10:03 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 10:03 AM (IST)
सिंडिकेट की बैठक के बाद रिव्यू कमेटी का किया गया है गठन। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से अगले सत्र में मान्यता प्राप्त करने के लिए आवेदन करने वाले करीब आधा दर्जन कालेजों का आवेदन अटक सकता है। इन कालेजों की ओर से कई मानकों को पूरा किए बिना ही आवेदन किया गया है। विवि की ओर से गई निरीक्षण कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में भी इसका जिक्र किया है। उसी रिपोर्ट के आधार पर संबंधन कमेटी, एकेडमिक काउंसिल और उसके बाद सिंडिकेट की बैठक में भी सशर्त मंजूरी दी गई है। साथ ही सीनेट की बैठक से पूर्व मानक को पूरा करते हुए कमेटी को कागजात उपलब्ध कराना है। कई कालेजों में भवन नहीं हैं तो कई के जमीन में पेच है। करीब दर्जन भर कालेजों में शिक्षकों की नियुक्ति में विश्वविद्यालय अधिनियम का अनुपालन नहीं किया गया है। ऐसे में ङ्क्षसडिकेट की बैठक में सदस्यों की ओर से इनपर सवाल उठाए जाने के बाद रिव्यू कमेटी इन्हें देख रही है। बताया जा रहा है कि करीब आधा दर्जन कालेजों का प्रस्ताव सीनेट में जाने से पहले ही अटक जाएगा। सरकार के पोर्टल पर 58 कालेजों ने नवसंबंधन व संबंधन विस्तार देने के लिए आवेदन दिया था। इसमें से 56 कालेजों ने विवि को संबंधन के लिए आवेदन दिया।  

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