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#lockdownextension : COVID-19 : संक्रमितों की बढ़ती संख्या और बदहाल अर्थव्यवस्था के बीच क्या लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए, जानिए लोगों की राय

,lockdownextension COVID-19 एक ओर अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है तो दूसरी ओर सं‍क्रमितों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में कोई भी निर्णय करना सरल नहीं है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 12:49 PM (IST)
#lockdownextension : COVID-19 : संक्रमितों की बढ़ती संख्या और बदहाल अर्थव्यवस्था के बीच क्या लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए, जानिए लोगों की राय
#lockdownextension : COVID-19 : संक्रमितों की बढ़ती संख्या और बदहाल अर्थव्यवस्था के बीच क्या लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए, जानिए लोगों की राय

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। COVID-19 संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इसको लेकर हर स्तर पर मंथन चल रहा है। एक ओर अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है तो दूसरी ओर सं‍क्रमितों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में कोई भी निर्णय करना सरल नहीं है। इन्हीं मुद्दों को लेकर हमने जनता की राय मांगी है। आइये जानते हैं कि किसने क्या कहा -  

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संगुई इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ अभिषेक ठाकुर कहते हैं कि सरकार से मेरी गुजारिश है कि लॉकडाउन का सख्ती से  पालन कराया जाए। मुजफ्फरपुर की सब्जी मंडियों में तो इसका किसी भी रूप में पालन नहीं किया जाता है। शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जाता है। हाल में जिस प्रकार स्थिति बिगड़ी है उसे देखते हुए इसको बढ़ाना ही बेहतर होगा। बिहार में भी इसे बढ़ाना ही विकल्प है। स्थिति नियंत्रण में आने के बाद इसे धीरे धीरे हटाना चाहिए।  

 सरैया अंतर्गत रुपौली निवासी आशीष राजपूत कहते हैं कि सरकार को समय के अनुसार और संक्रमण को देखते हुए कड़ा फैसला लेना चाहिए। जिस प्रकार बिहार की हालत खराब हो रही है उसे देखते हुए छूट देने का प्रश्न ही नहीं है। बाजार में अब भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है। यह गलत है। कुछ कारोबारी भी गलत कर रहे हैं। 

अखाड़ाघाट स्थित नाजिरपुर निवासी श्लोक कुमार ने कहा कि 14 के बाद भी लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए। इससे उन जिलों को बचा पाना संभव होगा जहां कोई भी मामला सामने नहीं आया है। 

नरमा हथौड़ी के सूरज कुमार सिंह का मानना है कि लॉकडाउन को 10 दिनों के लिए बढ़ाया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में जांच की प्रक्रिया को और बेहतर किया जाना चाहिए। सभी हाट बाजार में पुलिस की ड्यूटी लगे। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में काफी भीड़ रहती है जिससे हमेशा संक्रमण की आशंका बनी रहती है। 

बंदरा प्रखंड के सिमरा निवासी युवा साहित्यकार कुमार संदीप भी लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं। कहते हैं कि लॉकडाउन का फैसला जनता के हित में लिया गया है। जब तक हालात सामान्य न हो जाए, लॉकडाउन लागू रखना चाहिए। इसकी अनदेखी करने पर स्थिति अत्यंत भयावह हो जाएगी। आज विकसित देशों का हाल इसलिए बुरा है क्योंकि उन्होंने लॉकडाउन को लागू करने में देरी की। इसलिए अपने देश की स्थिति को देखते हुए इसे बढ़ाना ही बेहतर होगा। ध्यान केवल इतना रखना है कि कोई भी असहाय या निर्धन भूख से न मरे। परेशान लोगों की सूचना जल्द से जल्द सरकार तक पहुंचाने से उनकी परेशानी को दूर करना संभव हो सकेगा। 

आरीजपुर कांटी निवासी अनिकेत कुमार कहते हैं कि कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश की स्थिति नाजुक बनी हुई है। इस विषम स्थिति में यदि लॉकडाउन खत्म कर दिया जाता है तो संक्रमण तेज़ी से फैलेगा।बिहार जैसा प्रदेश तो पूरी तरह इससे संक्रमित हो जाएगा। इसलिए लाॅकडाउन को कम से कम 15 दिनों के लिए बढ़ा देना चाहिए। इससे संक्रमितों को पहचान कर उन्हें स्वस्थ करने में मदद मिलेगी। 

 कुशाल कुशवाहा का मानना है कि देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति अच्छी नही है। इसलिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया जाना चाहिए। 

भाजपा मीनापुर के युवा अध्यक्ष राजा बाबू कहते हैं कि 14 अप्रैल के बाद भी सरकार को लॉकडाउन बढ़ाना चाहिए। संक्रमित की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। यह महामारी की तरह फैल भी सकता है। देशहित और मानव कल्याण के लिए इसे बढ़ाना हीं समुचित विकल्प होगा। 

मुजफ्फरपुर महानगर राष्ट्रीय जनता दल, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के  अध्यक्ष सुजीत कुमार ऊर्फ लड्डू राय ने कहा कि बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में लॉकडाउन की स्थिति पर गंभीरता से विचार करना होगा। हम सबको लॉकडाउन का सौ प्रतिशत पालन करना चाहिए। शारीरिक दूरी को मानना चाहिए। मेरी समझ से लॉकडाउन को और बढ़ाया जाना ही बेहतर होगा। 

बीआरएबीयू छात्रसंघ से संबद्ध अभिषेक कुमार पाण्डेय कहते हैं कि प्रथम दृष्टि में लग रहा था कि हम करोना से जंग जीत गए लेकिन, बाद में स्थिति कुछ ऐसी बनी कि अभी पूरी तरह से इसे हटाना सही नहीं होगा। जिन जगहों में यह नियंत्रण में है वहां से इसे चरणबद्ध तरीके से हटाया जा सकता है लेकिन, हवाई सेवा,रेल, बस ,मॉल,स्कूल आदि अभी बंद रखना ही चाहिए! 

मिशन भारती रिसर्च इंफार्मेशन सेंटर, मुजफ्फरपुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश तिरंगा का कहना है कि भारत सरकार को लॉकडॉउन बढ़ाना। क्योंकि अभी कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। उस पर काबू पाना प्राथमिकता है। हमें सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर सहयोग करना चाहिए। 

मुजफ्फरपुर के बनारस बैंक चौक निवासी अमनराज वर्मा का मानना है कि जिन जगहों पर कोरोना नियंत्रण में है वहां से चरणबद्ध ढंग से लॉकडाउन हटना चाहिए। रेल और बस यातायात अभी बंद ही रहे। मॉल, स्कूल, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर लगी पाबंदी अभी जारी ही रहे तो बेहतर है। 

मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर निवासी विश्वजीत कुमार का मानना है कि लॉकडाउन को कम से कम 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया जाना चाहिए। 

मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर निवासी अभिषेक पराशर कहते हैं कि भारतवर्ष को इस महामारी से बचाने का एक ही उपाय है लॉकडाउन को बढ़ाना। इसमें ही बुद्धिमानी है। 

 छात्र नेता सौरभ कुमार पाण्डेय भी लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं। कहते हैं कि इससे बचने का एकमात्र उपाय संक्रमण के चेन को तोड़ना है। यह लॉकडाउन करने से ही संभव है। सरकार को शारीरिक दूरी का पालन कराना होगा। जनता को भी सहयोग करना चाहिए। इसके माध्यम से ही कोरोना को हराना संभव हो सकेगा। 

बोचहां प्रखंड के नरमा निवासी अविनाश कुमार झा कहते हैं कि जिस तरह से कोरोना वायरस फैल रहा है वैसे में लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है। इसका पालन जनता को करना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर परिणाम बहुत बुरा होगा। 

नेहरू युवा केन्द्र कटरा के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक अमरेश कुमार ने कहा कि 21दिनों के लॉकडाउन मे बहुत कुछ बदलाव हुआ है। लोगों में जागरूकता फैली है। उम्मीद करता हूं कि 14 अप्रैल के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी।

 मुज़फ़्फ़रपुर के इस्लामपुर स्थित लक्ष्मी नारायण रोड निवासी मनमोहन प्रसाद इस मुद्दे पर विस्तार से अपनी बात रखते हैं। कहा कि जो जगह कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित हैं, वहां लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। वहीं अन्य जगहों पर सावधानी के साथ रियायत दी जानी चाहिए। लोगों को किसी भी तरह की भीड़ लगाने की अनुमति नहीं हो। बाजार शाम 5 बजे तक ही खुले। कहते हैं कि सूबे के बाहर से आए लोगों के कारण परेशानी बढ़ गई है। खासकर दिल्ली, मुंबई, यूपी और तेलंगाना के कारण। सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता और आर्थिक नीतियों पर भी उन्होंने कई सवाल खड़े किए। लॉकडाउन को लागू करने में विलंब को लेकर सरकार को घेरा। कहते हैं कि हॉटस्पॉट हो सरकार फोकस करे और सभी की जांच हो। इससे एक बात और होगी। जिला प्रशासन और पुलिस को खुद को तैयार करने का अवसर मिलेगा। अभी एईएस का कहर भी आरंभ  होने वाला है। इस स्थिति में यदि तैयारी पूरी होगी तो नुकसान कम से कम होगा।  

इसी तरह मीनापुर प्रखंड के धरमपुर निवासी प्रकाश कुमार पांडेय का मानना है कि लॉकडाउन को अभी दो सप्ताह के लिए बढ़ा देना ही सही रहेगा। क्योंकि अभी जो स्थिति है उसको देखकर कुछ भी कहना मुश्किल है। शहर में भी इसका सख्ती से पालन होना चाहिए।  

खादी भंडार, शास्त्रीनगर के कुंदन झा कहते हैं कि वर्तमान स्थिति में लॉकडाउन को बढ़ाना ही एकमात्र विकल्प है। ऐसा करके ही हमलोग इस महामारी से बच सकते हैं। 

मुजफ्फरपुर रमना स्थित रज्जू साह लेन के पंकज भूषण का मानना है कि लॉकडाउन में सिर्फ़ ढिलाई होनी चाहिए लेकिन, पूरी तरह खत्म नहीं किया जाए। शिक्षण संस्थाएं अभी बंद ही रहे। शिक्षक लगातार छात्रों के संपर्क में रहें। जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो। दुकाने खुलें, जिससे लोग अपने जरूरत की चीजें खरीद सकें।  


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