West Champaran: वीटीआर में पर्यटकों के लिए तीन टूर पैकेज, उठा सकेंगे सफारी का आनंद
पश्चिम चंपारण में वीटीआर का सौंदर्य पर्यटकों के मन को लुभाता रहा है। पटना से पर्यटकों को लेकर वाल्मीकिनगर पहुंचेगी विशेष बस। ऑनलाइन बुकिंग की होगी व्यवस्था। गोबर्द्धना में 15 व अन्य वन क्षेत्रों में 22 से शुरू होगी पर्यटकों की आवाजाही।
पश्चिम चंपारण, जासं। वीटीआर की खुली वादियां, ताजा हवा के झोकों से सराबोर फिजाएं और दूर तक बिखरा प्रकृति का सौंदर्य पर्यटकों के मन को लुभाता रहा है। यही कारण है कि लोग शहरी कोलाहल से दूर प्रकृति की गोद में लौटना चाहते हैं। कोरोना महामारी ने मार्च में दस्तक दी तो लोग घर में ही कैद होने को विवश हो गए। बहरहाल, वीटीआर में अब रौनक लौटने लगी है। पर्यटक कोरोना के कारण कैद हुई जिंदगी को खुले आकाश की ओर लेकर जाने लगे हैं ताकि मायूसी और निराशा को अलविदा कह सकें। वीटीआर के भ्रमण पर आने वाले सैलानियों के लिए वन महकमा नया टूर पैकेज लेकर आया है। जिसमें पटना से वाल्मीकिनगर तक सैलानियों के लिए आसान सफर का पैकेज रखा गया है।
वीटीआर घूमने आने वाले सैलानियों को इस टूर पैकेज के शुरू होने से सहूलियत मिलेगी। यात्रा के दौरान सैलानियों को कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। प्रस्तावित मार्गों में शामिल सभी आवश्यक सुविधाएं वर्तमान प्रस्तावों के अनुसार होंगी। टाइगर रिजर्व में भ्रमण के लिए 22 अक्टूबर से इको टूरिज्म पैकेज की शुरुआत हो रही है। इसके लिए तीन तरह का पैकेज हैं। पहले दो दिन का टूर पैकेज था। जिसमें शनिवार व रविवार को पर्यटक जंगल का भ्रमण करते थे। पहले टूर पैकेज के तहत पटना से बस खुलती थी। जो पटना से वाल्मीकिनगर के बीच चलती थी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दो अतिरिक्त पैकेज इस नए पर्यटन सत्र से प्रारंभ हो रहा है। इस पैकेज में आने-जाने से लेकर भोजन, ठहरने और घूमने की सुविधा भी शामिल है। पुराने टूर पैकेज में सैलानी एक रात और दो दिन वाल्मीकिनगर में ठहरते थे तथा हसीन वादियों का आनंद उठाते थे। लेकिन अब नए पैकेज में सैलानियों को वाल्मीकि नगर में दो रात व तीन दिन रहने का मौका मिलेगा। इस पैकेज के तहत पटना से प्रत्येक शुक्रवार को दो बसे खुलेंगी।
एक पटना-मंगुराहा-पटना भाया वैशाली जो तीन दिवसीय होगा। शुक्रवार, शनिवार व रविवार का समय निर्धारित किया गया है। दूसरा पटना-वाल्मीकिनगर-पटना भाया वैशाली तीन दिवसीय शुक्रवार, शनिवार व रविवार का होगा। इसके लिए सैलानी को 4500 रुपये पर्यटक को देना होगा। हालांकि पूर्व से संचालित दो दिवसीय टूर पैकेज भी चलता रहेगा। यह पैकेज जॉब करने वाले लोगों के लिए खास तौर पर बनाया गया था। जिसे इस वर्ष भी सुचारू रूप से चलाया जाएगा। पहले के ही तरह पटना से वाल्मीकिनगर के लिए शनिवार को बस व रविवार को वापस चली जाएगी। इस पैकेज के लिए पर्यटक को प्रति पर्यटक तीन हजार रुपये देने होंगे। इसके अलावा बेतिया, वाल्मीकिनगर व मंगुराहा के लिए एक दिवसीय पैकेज का शुभारंभ हो रहा है। जिसमें प्रत्येक पर्यटक 12 सौ रुपया देकर पर्यटन का आनंद ले सकेंगे।
वन संरक्षक संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि जहां पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था है उस जगह को प्रमोट करते हुए वीटीआर में आने के तीन मुख्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। पहला वाल्मीकि नगर इसमें पर्यटक इको पार्क, जंगल सफारी, कैन्टर सफारी, साइकिल सफारी, गंडक बोट, वाल्मीकि आश्रम, कौलेश्वर झुला, गंडक बराज हाथी शेड, धार्मिक स्थलो को देख सकेंगे। दूसरा प्रवेश द्वार मंगुराहा को बनाया गया है। जहां जंगल सफारी, लालभितिया सनसेट प्वाइंट, भितिहरवा गांधी आश्रम, सोफा मंदिर आदि जगहों का पर्यटक आनंद लेंगे। तीसरा गोवर्धना है। यहां जंगल सफारी, वाटर फॉल व परेवादह के भ्रमण का आनंद उठा सकेंगे।