दहकते अंगारों पर नंगे पांव चल मनाया मातम, गूंजा या हुसैन-या हुसैन
कमरा मोहल्ला स्थित नवाब तकी खां इमामबाड़ा के मैदान में दहकते अंगारों पर चल कर हुसैनियों ने मातम मनाया। या हुसैन की सदा लगाते हुए आग से बच्चे बूढ़े व जवान सभी गुजरे। अंगारों पर चल कर यह साबित किया कि अपने इमाम के लिए उन्हें अपने जिस्म पर हर जख्म व दर्द मंजूर है।
मुजफ्फरपुर। कमरा मोहल्ला स्थित नवाब तकी खां इमामबाड़ा के मैदान में दहकते अंगारों पर चल कर हुसैनियों ने मातम मनाया। या हुसैन की सदा लगाते हुए आग से बच्चे, बूढ़े व जवान सभी गुजरे। अंगारों पर चल कर यह साबित किया कि अपने इमाम के लिए उन्हें अपने जिस्म पर हर जख्म व दर्द मंजूर है। अंगारों ने उनके पांव को जला कर भले ही जख्म दिया मगर उनके हौसले को जख्मी नहीं कर सके। छोटे बच्चे भी आग पर बेखौफ हो कर चले। आग पर से सबसे पहले हजरत अब्बास का अलम गुजरा। इसके बाद हुसैनियों के सैलाब ने आग को रौंद डाला। कई लोगों ने अंगारों पर चलते हुए चाकू से अपने सिर को भी जख्मी किया। इससे पूर्व आग की मजलिस को मौलाना सैयद काजिम शबीब ने खिताब किया। कोल्हुआ में भी मनाया गया मातम : कोल्हुआ पैगंबरपुर में भी मातम किया गया। शिया समुदाय के लोगों ने आग पर चल कर करबला की शहादत को याद किया। इसे देखने के लिए दूर-दराज से लोग जुटे। मंजर को देख कर हर किसी का कलेजा मुंह को आ रहा था। आग की मजलिस को मौलाना सैयद अकील अब्बास ने खिताब किया। हसनचक बंगरा से निकला अलम : शनिवार को चेहल्लूम की पूर्व संध्या पर हसनचक बंगरा में पूरे दिन मजलिसें होती रही। इस अवसर पर हजरत अब्बास का अलम जुलूस भी निकाला गया। या हुसैन की सदा के साथ लोगों ने मातम किया।
चेहल्लुम आज, निकलेगा
मातम जुलूस : चेहल्लुम के मौके पर रविवार को शिया समुदाय द्वारा मातम जुलूस निकाला जाएगा। कमरा मोहल्ला से निकल कर जुलूस कंपनीबाग स्थित करबला पहुंचेगा। इस दौरान शिया समुदाय इमाम हुसैन की शहादत के गम में ब्लेड, जंजीर, चाकू व तलवार से अपने जिस्म को लहूलुहान करेंगे। जुलूस में करबला की जंग एवं शहादत से जुड़ी झांकियां भी होंगी। वहीं सुन्नी समुदाय द्वारा जगह-जगह से अखाड़ा जुलूस निकाला जाएगा।