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Muzaffarpur Flood News: बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी, शहर के निचले इलाके के लोगों में भय

Muzaffarpur Flood News जिले में बाढ़ का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। बूढ़ी गंडक नदी में आए उफान के चलते मुजफ्फरपुर शहर के निचले इलाकों में अब भी बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है।

By Edited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 02:15 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 07:58 AM (IST)
Muzaffarpur Flood News: बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी, शहर के निचले इलाके के लोगों में भय
Muzaffarpur Flood News: बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी, शहर के निचले इलाके के लोगों में भय

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में बाढ़ का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। लगातार जारी बारिश के चलते बागमती, गंडक, बूढ़ी गंडक और लखनदेई समेत तमाम नदियां जहां खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, वहीं लगातार बाढ़ का पानी नए इलाकों में फैल रहा है। इधर, बूढ़ी गंडक नदी में आए उफान के चलते मुजफ्फरपुर शहर के निचले इलाकों में अब भी बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है। अबतक कांटी, बंदरा, विजयी छपरा और पुरानी जीरोमाइल के पास समेत चार स्थानों पर बूढ़ी गंडक नदी का तटबंध ध्वस्त हो चुका है। दादर समेत आधा दर्जन स्थानों पर रिसाव जारी है। कई इलाके में लोग तटबंध को काटने की तैयारी में है।

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 हालांकि, डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर अधिकारियों की टीम लगातार नदी के जलस्तर और तटबंधों पर नजर बनाए हुए है। पिछले 12 घंटे के भीतर बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में 0.8 सेमी की वृद्धि हुई है। गुरुवार को सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 52.53 मीटर से उपर 53.91 मीटर दर्ज किया गया। बुधवार को जलस्तर 53.83 मीटर था। यह वर्ष 1887 के उच्चतम स्तर 54.29 मीटर से महज 0.38 सेमी कम है। जबकि, 2017 के उच्चतम स्तर 53.74 मीटर से 0.17 सेमी अधिक है। बताया जा रहा है कि अगर जलस्तर का यह फासला मिटा तो शहर के कई और इलाके बाढ़ की चपेट में होंगे।

 उधर, बूढ़ी गंडक नदी का पानी कांटी, बंदरा, विजय छपरा, पुरानी जीरोमाइल, मिठनसराय, अखाड़ाघाट, हनुमंत नगर, गांधीनगर, बालूघाट, लकड़ीढाई, झीलनगर, आश्रमघाट, शेरपुर, अहियापुर, सत्संगनगर, कोल्हुआ, पैगंबरपुर और मेडिकल के आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। शहरी क्षेत्र की निचले इलाके की तकरीबन दस हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में घिरे है। बागमती नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान के पार लगातार जारी बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। गुरुवार को जहां बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार रहा।

 वहीं कटौझा में बागमती नदी भी डेंजर लेबल के पार बहती रही। कटौझा में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.18 मीटर उपर 55.91 मीटर दर्ज किया गया। बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान 49.61 मीटर दर्ज किया गया है। रेवाघाट में गंडक नदी खतरे के निशान 54.41 मीटर से 0.10 सेमी नीचे बह रही है। यहां का जलस्तर 54.31 मीटर दर्ज किया गया। यहां जलस्तर में 0हल्की गिरावट हुई है। जबकि, गंडक बराज से 1 लाख 91 हजार 200 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है।


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