Muzaffarpur Flood News: औराई में बागमती की उपधारा के तटबंध पर बह रहा पानी, कटरा के कई गांवों का सड़क संपर्क भंग
Muzaffarpur News औराई प्रखंड के कई गांवों के चारों तरफ फैला बाढ़ का पानी सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूबी। बसघट्टा डायवर्सन पर पांच फीट पानी होने से चलने लगीं नावें।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बागमती नदी के जलग्रहण क्षेत्र में दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश सेजलस्तर में वृद्धि जारी है। बागमती की उत्तरी व दक्षिणी उपधारा के तट के ऊपर से पानी चलना शुरू हो गया है। दोनों बांध के बीच के मधुबनप्रताप, पटोला पटोरी टोला, बाराखुर्द ,बारा बुजुर्ग, बभनगामा पश्चिमी, हरनी टोला, चैनपुर, चहुंटा दक्षिण टोला, भरथुआ दक्षिण टोला ,राघोपुर समेत कई गांव के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल गया है। लोगों को आवागमन के लिए एकमात्र नाव का सहारा बचा हुआ है।
इधर, मनुषमारा व लखनदेई नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है। मनुषमारा नदी का पानी धरहरवा, चैनपुर, लक्ष्मीनिया टोला, हनुमान नगर, अंबेडकर नगर से होते हुए घनश्यामपुर चौर में फैलना शुरू हो गया है। इसमें सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है। वहीं लखनदेई नदी के जलस्तर मे वृद्धि जारी है जिस कारण धीरे-धीरे रतवारा चारों तरफ से घिरना शुरू हो गया है।
बागमती संघर्ष समिति के संयोजक आफताब आलम ने एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार से तीन नाव की मांग की है। उन्होंने बभनगामा बड़की व बभनगामा छोटकी घाट एवं मधुबनप्रताप घाट पर नाव देने की मांग की है। एसडीओ ने रविवार को तीनों घाट पर नाव देने का आश्वासन दिया।
कटरा के कई गांवों का सड़क संपर्क भंग
तेज बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हुई है। शुक्रवार को बागमती के जलस्तर में तीन फीट तो लखनदेई में भी आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। इससे प्रखंड क्षेत्र के सारे मार्ग बाधित हो गए। गुरुवार की रात से जारी तेज बारिश के कारण नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया। बागमती नदी का जलस्तर बढऩे से कटरा स्थित पीपा पुल के एप्रोच पथ में पानी भर गया जिससे वाहनों का परिचालन बाधित हो गया। जान हथेली पर रखकर यात्री किसी तरह पुल पार कर रहे हैं। जलस्तर बढऩे से शिवदासपुर का बसंत गांव पानी से घिर गया है। अगर पानी बढ़ता ही रहा तो दर्जनों घरों में पानी प्रवेश कर जाएगा।
धनौर नोनियाही टोले पर बसे लोगों के घर भी पानी से घिर गए हैं। उधर, बकुची और पतांरी के रिहायशी इलाके में पानी प्रवेश कर गया है जिससे लोगों में दहशत है। गंगेया स्थित पीपा पुल पर भी खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीण पुल के बचाव को लेकर प्रयासरत हैं। तेहवारा व चकभगदा मार्ग में पानी भर जाने से आवागमन बंद है। लोग बेनीबाद के रास्ते प्रखंड आते हैं। कटरा-गंगेया के बीच माधोपुर में पुल क्षतिग्रस्त होने से सड़क संपर्क भंग हो गया है। बागमती बांध अधूरा रहने से पानी का बहाव सोनपुर की ओर तेजी से होने लगा है। जलस्तर और बढऩे से बखरी-सोनपुर मार्ग टूटने का खतरा पैदा हो जाएगा।
बसघटृा डायवर्सन पर पांच फीट पानी बह रहा है। वहां नाव परिचालन शुरू हो गया है। इधर, लखनदेई नदी में भी वृद्धि जारी है। मोहनपुर स्थित स्लूस गेट गुरुवार को बंद कर दिया गया जिससे जलस्तर बढऩे लगा है। लोगों के सामने जीवन यापन कठिन होने लगा है। हाट बाजार के मार्ग बाधित होने से रोजमर्रे की सामग्री खरीदनी मुश्किल हो गई है। मवेशियों के लिए चारा जुटाना कठिन हो गया है। पानी में तैर कर दूर बगीचे से चारा लाना पड़ता है। पानी बढऩे पर पशुओं को रखने की समस्या जटिल हो जाएगी। भोजन के लिए जलावन व केरोसिन की व्यवस्था करना भी कठिन होने लगा है। लोग प्रशासनिक राहत को टकटकी लगाए बैठे हैं।