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Bihar News: नरभक्षी होते जा रहे वीटीआर के बाघ, पांच माह में पांच लोगों को मार डाला

West Champaran News हरनाटाड़ में खेत में काम कर रहे किसान पर पीछे से हमला कर मार डाला। शव के साथ करीब एक घंटे तक गन्ने के खेत में बैठा रहा बाघ ग्रामीणों के जुटने के बाद भागा। घटनास्थल जंगल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 22 Sep 2022 08:25 AM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2022 08:25 AM (IST)
West Champaran News: बाघ शव के साथ करीब एक घंटे तक गन्ने के खेत में बैठा रहा। फोटो: जागरण

हरनाटाड़ (पश्चिम चंपारण), संवाद सूत्र। West Champaran News: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के बाघ नरभक्षी हो रहे हैं। हरनाटाड़ और चिउटहां वन क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों में बीते पांच माह में पांच लोगों को ये मौत के घाट उतार चुके हैं। ये सभी खेतों में काम करने के दौरान बाघ के शिकार हुए हैं। बुधवार को भी बाघ ने हरनाटाड़ में एक वृद्ध की जान ले ली। लौकरिया थाना क्षेत्र के बरवाकलां निवासी रामप्रसाद उरांव (65) बुधवार की सुबह पत्नी बुल्का देवी, बेटी रजवंती देवी व दो साल के पोते प्रिंस के साथ धान के खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान गन्ने के खेत से निकलकर बाघ ने रामप्रसाद पर पीछे से हमला कर दिया। गर्दन पकड़कर घसीटते हुए गन्ने के खेत में लेकर चला गया। बुल्का देवी ने बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन मौत के मुंह से उन्हें नहीं छुड़ा सकीं। बाघ शव के साथ करीब एक घंटे तक गन्ने के खेत में बैठा रहा। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीण शव निकाल सके। घटनास्थल जंगल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है।

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ग्रामीणों ने की बाघ को नरभक्षी घोषित करने की मांग

घटना की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस के अलावा एसडीएम दीपक कुमार मिश्र घटनास्थल पर पहुंचे। वन विभाग की टीम के देर से पहुंचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उनका कहना है कि 10 दिन के अंदर यह दूसरी घटना है। बाघ हरनाटाड़ इलाके में लोगों की जान ले रहा है। वन विभाग इसे नरभक्षी घोषित करे। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। फिलहाल, वन विभाग की टीम धान और गन्ने के खेत से बाघ के मिले पदचिह्नों के आधार पर तलाश कर रही है। ट्रैप कैमरे और ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है। इधर, मुआवजा और बाघों से सुरक्षा की मांग को लेकर ग्रामीणों ने देर शाम तक शव को उठने नहीं दिया। वीटीआर प्रमंडल-दो के डीएफओ नीरज नारायण का कहना है कि लोगों पर हमला कर रहे बाघ को चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन जब तक घोषित नहीं करता कि बाघ नरभक्षी है, तब तक इसे नहीं कहा जा सकता। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगी है। ग्रामीणों को जंगल के समीप जाने से मना किया गया है। 


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