Samastipur News: विभूतिपुर में शराब तस्करी की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस को ग्रामीणों ने खदेड़ा, हाथापाई
Samastipur Crime News जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के देसरी कर्रख पंचायत के वार्ड 5 की है घटना। अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम को बंधक बनाने का प्रयास। विरोध होता देख जान बचाकर भागी पुलिस।
समस्तीपुर, जासं। विभूतिपुर थाना क्षेत्र के देसरी कर्रख पंचायत अन्तर्गत वार्ड- 5 में शराब तस्करी की गुप्त सूचना पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने बुधवार को खदेड़ दिया। हालांकि, पुलिस ने सूझबूझ से काम लिया और मौके से भाग निकलने में ही भलाई समझी। इस दौरान पुलिस बल के साथ कुछ स्थानीय लोगों द्वारा हाथापाई किए जाने की बातें भी सामने आयी है।
घटना के बाबत बताया जाता है कि थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि देसरी कर्रख पंचायत अन्तर्गत वार्ड 5 स्थित एक घर में अवैध शराब रखा है और गैर कानूनी तरीके से उसकी तस्करी की जा रही है। इसकी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष कृष्ण चंद्र भारती ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दिवा गश्ती में ऑन ड्यूटी एएसआई अरविन्द सिंह को पुलिस बल के साथ छापेमारी करने का निर्देश दिया। निर्देश मिलते ही तीन होमगार्ड जवानों और स्थानीय चौकीदारों के साथ एएसआई उक्त जगह पर पहुंचकर कथित शराब तस्कर के घर छापेमारी करने लगे। इस क्रम में घर की महिलाओं ने हल्ला करते हुए विरोध प्रकट कर दिया। बच्चों समेत महिलाओं के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी।
इसी बीच राजनीतिक रसूख वाले एक व्यक्ति ने अजीब सवाल-जबाव करते हुए लोगों को पुलिस के खिलाफ भड़का दिया। मामले की नजाकत को समझ पुलिस वहां से खिसकने में ही भलाई समझी। लोग बताते हैं कि इस दौरान पुलिस को लाठियां भी चमकानी पड़ी। लोगों ने पुलिस बलों के साथ हाथापाई भी की। आक्रोशित लोग पुलिस वाहन को आग के हवाले करने की कोशिश भी करने लगे। इसकी पुष्टि एएसआई अरविन्द ङ्क्षसह भी करते हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस पदाधिकारी के पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं रोसड़ा एसडीपीओ शहरियार अख्तर ने इस मामले पर अनभिज्ञता जाहिर की है। इधर, ग्रामीणों की मानें तो एक सज्जन व्यक्ति के घर पर पुलिस ने शराब तस्करी की झूठी सूचना पर छापेमारी करने लगी। पूछने पर गाली-गलौज करते हुए गृहस्वामी को खोजने लगे। इस बात पर घर की महिलाएं आक्रोशित हो गई। ग्रामीणों को इक_ा होता देख पुलिस ने हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई। इस बीच ग्रामीणों ने बेवजह किसी को परेशान नहीं करने और पुलिस को वापस लौटने नसीहत दे डाली।