हवन व कन्या पूजन के साथ वासंतिक नवरात्र संपन्न
मां की आराधना से यश बल व धन की होती प्राप्ति भक्तों की रही भीड़ बड़ी संख्या में लोगों ने हवन कुंड में दी आहुतियां। श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन कराकर आदि शक्ति को किया नमन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वासंतिक नवरात्र के आठवें दिन शनिवार को मां आदिशक्ति भगवती के आठवें स्वरूप मां महागौरी और नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद हवन और कन्या-पूजन के साथ ही व्रत पूर्ण हुआ। इस अवसर पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में लोगों ने हवन कुंड में आहुतियां दीं। श्रद्धालुओं ने कन्याओं को भोजन कराकर आदि शक्ति को नमन किया।
रामदयालु स्थित मां मनोकामना देवी मंदिर के पुजारी पं.रमेश मिश्र व सदर अस्पताल स्थित मां सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर के पुजारी पं.देवचंद्र झा ने बताया कि मां सिद्धिदात्री की आराधना से व्यक्ति को सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। भक्तों को यश, बल व धन की प्राप्ति होती है। मां का यह स्वरूप हमारे शुभ तत्वों की वृद्धि करते हुए हमें दिव्यता का आभास कराता है। मां की स्तुति हमारी अंतरात्मा को दिव्य पवित्रता से परिपूर्ण करती है व हमें सत्कर्म की प्रेरणा देती है।
उधर, ब्रह्मपुरा स्थित बाबा सर्वेश्वरनाथ मंदिर सह महामाया स्थान में भक्तों ने हवन के बाद कन्या पूजन किया। इस दौरान वेद मंत्रों के उच्चारण से वातावरण गूंज रहा था। मौके पर महंत संजय ओझा व आचार्य संतोष तिवारी सहित कई लोग मौजूद रहे। इधर, शेरपुर गंडक कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर में हवन के बाद रामधुन शुरू हुआ। उधर, कांटी के वार्ड नंबर दस स्थित राम रामेश्वरी मंदिर में हवन और कन्या पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। आमगोला स्थित महामाया स्थान में सुबह 11 बजे हवन शुरू हुआ, जो देर तक चला।