वैशाली 10 तो सप्तक्रांति 20 घंटे लेट
देर से चलने वाली ट्रेनों की वजह से हर रोज यात्री परेशान हो रहे।
मुजफ्फरपुर। देर से चलने वाली ट्रेनों की वजह से हर रोज यात्री परेशान हो रहे। प्लेटफॉर्म पर इंतजार में उनकी फजीहत हो रही। परिवार के साथ प्लेटफॉर्म पर दिन-रात काटना काफी भारी पड़ रहा। यह समस्या न सिर्फ दूर से आने वाली ट्रेनों के साथ है, बल्कि कम दूरी की ट्रेनें भी काफी विलंब से चल रहीं।
ट्रेनों में लेट चलने की होड़
बरौनी से नई दिल्ली जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस 10 घंटे व आनंद विहार वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस 20 घंटे तक लेट पहुंच रही। सफर में यात्री ऊब जा रहे। शनिवार को एक दिन बाद डाउन सप्तक्रांति 20 घंटे, डाउन स्वतंत्रता सेनानी 25 घंटे, डाउन अवध असम 10 घंटे, डाउन आम्रपाली 7 घंटे, डाउन व अप ग्वालियर मेल 9 घंटे, अप वैशाली 10 घंटे, डाउन मिथिला 4 घंटे, अप डिब्रूगढ़ चंड़ीगढ 9 घंटे, अप शहीद 9 घंटे, डाउन सद्भावना 12 घंटे, लिच्छवी 13 घंटे, स्पेशल 15 घंटे व सवारी ट्रेन दो घंटे लेट आई।
ट्रेन का पता नहीं, काट दिए जनरल टिकट
ट्रेन का कोई अता-पता नहीं है, बावजूद यूटीएस काउंटर से जनरल टिकट जारी किया गया। टिकट लेकर यात्री इंतजार करते रहे। तीन व चार घंटे के बाद यात्रियों ने टिकट वापस कराने पहुंचे। लेकिन, काउंटर पर टिकट वापस नहीं किया गया। इससे यात्री काफी आक्रोशित हो गए।
पेंट्रीकार में चल रही मनमानी
ट्रेन विलंब होने के कारण पेंट्रीकार की मनमानी चल रही। सप्तक्रांति एक्सप्रेस 20 घंटे विलंब होने पर पेंट्रीकार के वेंडर 20 रुपये का सामान 30 रुपये में बेच रहे। इससे यात्रियों की जेब ढीली हो रही। यात्रियों ने कहा कि पेंट्रीकार से खाना व चाय मांगने पर नहीं देता है। दाम अधिक देने वाले को दे रहे। वेंडरों की खूब मनमानी चल रही है।