पश्चिम चंपारण के बगहा एक में 15 स्थलों पर कैंप लगाकर टीकाकरण
Paschim Champaran शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य किया जा रहा पर्यवेक्षणपीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन महतो ने बताया कि कैंप में शत-प्रतिशत टीकाकरण का निर्देश दिया गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है ।
बगहा, जासं। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान की गति बढ़ा दी गई है। इसी कड़ी में सोमवार को कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत बगहा एक पीएचसी अन्तर्गत शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में 15 स्थलों पर कैंप का आयोजन किया गया। बारिश के बावजूद सभी जगहों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। पीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन महतो ने बताया कि कैंप में शत-प्रतिशत टीकाकरण का निर्देश दिया गया है। बताया कि पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है।
स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि सभी अपने-अपने प्रतिनियुक्त स्थल पर समय से उपस्थित रह कर लक्ष्य के अनुरूप टीका लगाने का काम करें। वहीं वैक्सीनेशन कैंप मॉनीटङ्क्षरग के लिए सुपरवाइजर को की प्रतिनियुक्ति की गई है । दूसरी ओर स्वयं पीएचसी प्रभारी ने आधा दर्जन वैक्सीनेशन कैंप का जायजा लिया एवं कैंप में उपस्थित चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया । कैंप में उपस्थित टीका के लिए पहुंचे महिला व पुरुषों को वैक्सीन टीका के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई। सभी को कोविड से बचाव के लिए टीका लेने के लिए जागरूक किया गया।
स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से पांच केंद्रों पर नहीं दी गई वैक्सीन
मैनाटांड़। कोविड टीकाकरण के मेगा कैंप के लिए प्रखंड में अलग-अलग 30 केंद्र बनाए गए थे। इनमें 25 केंद्रों पर वैक्सीन दी गई। पांच केंद्रों पर कर्मियों के नहीं आने से टीकाकरण कार्य बाधित रहा। प्रखंड क्षेत्र के मानपुर, रामपुर, पुरैनिया,बेहरी, दिउलिया आदि जगहों पर वैक्सीन नहीं दी गई। ग्रामीण अनिल पटेल, रंभु कुशवाहा, प्रदीप कुमार, सदरे आलम, मनोज साह, बिरदेव कुमार, सच्चितानंद साह ने बताया कि हम लोग टीका लेने के लिए मेगा टीकाकरण कैंप में गए तो वहा स्वास्थ्य कर्मी ही नहीं पहुंचे थे। इस लिए सभी लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. विजय कुमार चौधरी ने बताया कि टीका कर्मियों द्वारा एक हजार वैक्सीन डोज दिया गया है। जिन केंद्रों पर टीकाकर्मी नहीं पहुंचे। वहां अगले दिन वैक्सीन दी जाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।