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मोतिहारी में पीएचडी एडमिशन टेस्ट के दौरान हंगामा, तोडफ़ोड़ East Champaran News

एमएस कॉलेज परीक्षा केंद्र पर ससमय नहीं पहुंची ओएमआर शीट। दो सौ से अधिक कॉपियां लेकर भागे शरारती तत्व परीक्षा स्थगित।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 09:14 PM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 09:14 PM (IST)
मोतिहारी में पीएचडी एडमिशन टेस्ट के दौरान हंगामा, तोडफ़ोड़ East Champaran News

मोतिहारी, जेएनएन। शहर के मुंशी सिंह महाविद्यालय में रविवार को आयोजित पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पीएटी) के दौरान हंगामा व तोडफ़ोड़ हुई। शरारती तत्व दो सौ से अधिक कॉपियां लेकर भाग निकले। परीक्षार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया। नहीं मानने पर परीक्षा स्थगित कर दी गई। घटना का कारण ओएमआर शीट की अनुपलब्धता बताई गई। हंगामा और तोडफ़ोड़ को लेकर प्राचार्य ने नगर थाने में आवेदन दिया है। सूचना पर पहुंचे सदर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी ने भी परीक्षार्थियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, बात नहीं बनी। 

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प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि परीक्षा लेने के लिए हमारे पास और भी विकल्प थे। विवि से निर्देश था कि सब्जेक्टिव परीक्षा पहले ली जाए। इस बीच ओएमआर शीट भी पहुंच जाएगी। लेकिन, परीक्षार्थी तैयार नहीं हुए। यह बात सामने आई कि हंगामे की आड़ में परीक्षार्थी मनमानी करना चाहते थे। वे अलग-अलग कमरों में न बैठकर एक साथ एक हॉल में बैठना चाहते थे। इस बात पर सहमति न बनने पर ओएमआर की अनुपलब्धता को कारण बनाकर परीक्षा देने से पीछे हट गए।

 केंद्राधीक्षक ने कहा कि स्थिति को देखते हुए परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। घटना की सूचना विवि और स्थानीय प्रशासन को दे दी गई। बतौर ऑब्जर्वर विवि से आए त्रिविक्रम नारायण ङ्क्षसह ने कहा कि परीक्षा तीन घंटे की थी। सुबह नौ से दस बजे तक ऑब्जेक्टिव, दस से 12 बजे तक सब्जेक्टिव की परीक्षा होनी थी। ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर देनी थी। विकल्प दिया गया कि उपलब्ध सादे कागज पर उत्तर अंकित कर दें। लेकिन, परीक्षार्थी तैयार नहीं हुए।

 परीक्षा केंद्र पर ऑब्जर्वर के अलावा विवि से आए डॉ. संजय कुमार, डॉ. एसकेएस महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रत्नेश कुमार आनंद एवं एलएनडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार भी थे। विवि प्रोक्टर डॉ. राकेश कुमार ङ्क्षसह और स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डॉ. अभय कुमार ने भी परीक्षार्थियों को समझाने की कोशिश की। कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक प्रो. भास्कर चौधरी ने कहा कि 430 परीक्षार्थियों के लिए एमएस कॉलेज को केंद्र बनाया गया था। इतिहास, मनोविज्ञान, वाणिज्य, भौतिकी, राजनीतिक विज्ञान एवं अर्थशास्त्र से संबंधित परीक्षा होनी थी। लेकिन, परीक्षा रोकनी पड़ी।  


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