केंद्रीय मंत्री ने दैनिक जागरण की खबर का लिया संज्ञान, समस्तीपुर के किसान की गोभी दिल्ली में ऊंची कीमत पर बिकी
मुक्तापुर गांव के एक किसान ने अपनी गोभी की फसल का मूल्य एक रुपये किलोग्राम मिलने से आक्रोशित होकर खेत में ट्रैक्टर से जुताई कर दी थी। इस खबर का केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संज्ञान लिया और बची फसल को दिल्ली में दस गुनी कीमत पर बेचा गया।
समस्तीपुर, जेएनएन। कल्याणपुर प्रखंड के मुक्तापुर गांव निवासी किसान ओम प्रकाश यादव को आखिरकार उनकी गोभी की फस्ल की सही कीमत मिल ही गई। दैनिक जागरण में बुधवार को इस संबंध में प्रकाशित खबर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद तक पहुंची तो उन्होंने अपने विभाग के कॉमन सर्विस सेंटर को इस किसान से संपर्क कर इनकी फसल को देश के किसी भी बाजाार में उचित मूल्य पर बेचने का प्रबंध करने का निर्देेश दिया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने खुद ट्वीट कर इस बारे में जानकारी भी दी। उन्होंने बताया है कि कॉमन सर्विस सेंटर ने इस किसान की मदद की है। उनकी उपज को दिल्ली के खरीदार ने अधिक मूल्य पर खरीदा है।
ई-किसान मार्ट पर किसान का दिल्ली के खरीदार से हुआ संपर्क
मंत्री का निर्देेश मिलते ही कॉमन सॢवस सेंटर के वीएलई ने तुरंत उस किसान से संपर्क साधा और सीएससी के डिजिटल प्लेटफार्म ई-किसान मार्ट पर इस किसान को दिल्ली के एक खरीदार ने दस रुपये प्रति किलो मूल्य का ऑफऱ दिया। किसान और खरीदार की आपसी सहमति के बाद कुछ ही घंटों में किसान के बैंक खाते में आधी राशि एडवांस के रूप में पहुंच गई। फिर बुधवार को पूरी फसल के ट्रक पर लोड होते ही बची हुई राशि भी किसान के बैंक खाते में जमा हो गई। इस तरह समस्तीपुर की गोभी दिल्ली के लिए रवाना हो गई है।
खरीदार ने ही उठाया ट्रांसपोर्ट का खर्च
इस पूरी प्रक्रिया में ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था भी खरीदार के द्वारा ही की गई और ट्रांसपोर्ट का पूरा खर्च भी खरीदार ने ही वहन किया। पहली खेप में किसान ने चार टन गोभी दिल्ली के खरीदार को बेची। स्थानीय मंडी से दस गुना दाम भी उन्हेंं मिला और भुगतान भी सीधे उनके खाते में हुआ।
किसान ई-मार्ट पर देश भर के खरीदारों से संपर्क कर अपनी फसल बेच सकते
कॉमन सॢवस सेंटर ने एक स्टार्टअप एग्री-टेन-एक्स के साथ मिल कर किसान ई-मार्ट नाम का डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है। इसके द्वारा किसान अपनी फसल के लिए देश भर के खरीदारों से संपर्क कर अपनी फसल बेच सकते हैं। इसमें खरीदार तय मूल्य पर सीधा किसान के खेत या भंडार से उपज को ट्रांसपोर्ट भेज कर उठा लेता है। इससे किसान को अपनी उपज मंडी तक ले जाने की भी जरूरत नहीं रहती है।
एक रुपये किलोग्राम मूल्य मिलने से खफा किसान ने खेत में चला दिया था ट्रैक्टर
प्रखंड क्षेत्र के मुक्तापुर गांव में किसान ओम प्रकाश यादव ने अपने खेत में वैज्ञानिक तरीके से लगाई गई उन्नत प्रभेद की फूल गोभी का मार्केट मूल्य एक रुपये किलोग्राम मिलने से आक्रोशित होकर खेत के कुछ हिस्से में ट्रैक्टर से जुताई कर दिया था। इस खबर को प्रमुखता से दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशन पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर सिन्हा के निर्देश पर उनके आप्त सचिव ने किसान से पूछताछ की। फिर त्वरित कार्रवाई करते हुए किसान ओम प्रकाश यादव को खेत में बचे हुए फूल गोभी को दिल्ली के बाजार में बेचा गया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का किसान को फोन भी आया। वहीं जिला प्रबंधक केशव मिश्रा व एग्रो के विक्रम कुमार ने बताया कि किसान के खाते में ऑनलाइन 40 हजार रुपये भेजे गए हैं।