Madhubani Flood News: विस्थापन की पीड़ा झेल रहे दो सौ बाढ़ पीडि़त परिवार, 25 दिनों से कर रहे मदद का इंतजार
Madhubani Flood News मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमंडल में बीते 25 दिनों से मदद का इंतजार कर रहे दो सौ विस्थापित परिवार। सरकार की ओर से नहीं मिली किसी प्रकार की सुविधा।
मधुबनी, जेएनएन। बाढ़ का कहर जिला भुगत रहा है। हजारों विस्थापित हुए हैं। ऊंची जगहों पर शरण लिए हैं। किसी तरह उनकी जिंदगी चल रही। लेकिन, सुध लेने वाला कोई नहीं है। न तो अधिकारी पहुंच हैं और न ही कोई जनप्रतिनिधि। बेनीपट्टी अनुमंडल का हाल ऐसा ही है।
जिले में सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बेनीपट्टी अनुमंडल से एक दर्जन से अधिक छोटी-बड़ी नदियां गुजरती हैं। इनमें धौस, व्याघ्रमुखी, थुम्हानी, रातो प्रमुख हैं। इस बार धौस ने मधवापुर, बेनीपट्टी व बिस्फी में भारी तबाही मचाई है। बेनीपट्टी में तो अभी भी दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से घिरे हैं। यहां के दो सौ से अधिक परिवार विभिन्न बांधों, सड़क व गांव की ऊंची जगहों पर शरण लिए हैं। 25 दिन हो गए, लेकिन कोई सुध लेने नहीं पहुंचा है। आश्चर्य की बात है कि अभी इस क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित नहीं माना गया है। इस कारण उन्हें सहायता नहीं मिल रही।
बाढ़ में गिर गए कच्चे घर
महाराजी बांध पर रह रहीं भुलनी देवी और जगदेव ने कहा कि एक बार देखने भी अधिकारी नहीं आए हैं। भोजन से लेकर हर तरह की समस्या है। गांव के अधिकतर कच्चे घर गिर गए हैं। बाढ़ का पानी उतरने के बाद वहां आशियाना खड़ा करने में काफी मुश्किल होगी। यही हाल मधवापुर में एनएच 104 और बिस्फी में ऊंंची जगहों पर शरण लिए बाढ़ पीडि़तों का है। एक ओर मवेशी बांध हैं तो दूसरी ओर बाढ़ से पहले जो सामान बचा सके उसे रखे हैं। सबसे अधिक परेशानी शौचालय और मवेशियों के लिए चारा जुटाने की है।
बेनीपट्टी के अनुमंडल अधिकारी मुकश रंजन ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे पूरा हो चुका है। पीडि़तों को अनुदान दिया जाएगा। अभी केवल पॉलिथीन शीट दी गई है।