Bihar University में बिहार इतिहास परिषद का दो दिवसीय अधिवेशन कल से, जानिए पूरे आयोजन के बारे में
इतिहास के 700 शोधार्थी प्रस्तुत करेंगे शोध। कई प्रख्यात इतिहासकार देंगे व्याख्यान। चार सत्र में विवि के ऑडोटोरियम में होगा कार्यक्रम का आयोजन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार विवि के ऑडोटोरियम में इतिहास विभाग और बिहार इतिहास परिषद की ओर से आठ और नौ फरवरी को नौंवा अधिवेशन होगा। इसमें देश के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों के इतिहासकार भाग लेंगे। साथ ही करीब 700 शोधार्थी अपना शोध भी प्रस्तुत करेंगे।
नगर विकास व आवास मंत्री करेंगे शुभारंभ
विवि के इतिहास विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ.विवेकानंद शुक्ला ने मीडिया को यह जानकारी दी। बताया कि इस अधिवेशन का उद्घाटन नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा करेंगे। कार्यक्रम की प्रारंभिक अध्यक्षता बीआरए बिहार विवि के कुलपति डॉ.आरके मंडल करेंगे। बीआरएबीयू के पूर्व कुलपति सह प्रख्यात इतिहासकार प्रो.निहार नंदन प्रसाद सिंह मुख्य अतिथि की भूमिका में होंगे।
प्रेस वार्ता में डॉ.सीपीएन सिन्हा, डॉ.एचसी सत्यार्थी, डॉ.पंकज कुमार राय, डॉ.भोजनंदन प्रसाद सिंह, डॉ.अजीत कुमार, डॉ.वीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ.सतीश कुमार, डॉ.ललित किशोर, डॉ.अर्पणा कुमारी, डॉ.पुष्पा, डॉ.एमएन रिजवी, डॉ.अर्चना पांडेय, डॉ.अंशु त्यागी, डॉ.सत्यप्रकाश राय, डॉ.गौतम चंद्रा आदि मौजूद थे।
चार सत्रों में होगा कार्यक्रम
दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम को चार भागों में बांटा गया है। प्राचीन भारत के इतिहास पर हरिश्चंद्र सत्यार्थी, मध्यकालीन इतिहास पर प्रो.योगेंद्र प्रसाद राय, आधुनिक इतिहास पर प्रो.लता सिंह और समकालीन इतिहास पर प्रो.जगदीश नारायण सिन्हा व्याख्यान देंगे।
आठ फरवरी की संध्या में होगा परिसंवाद
आठ फरवरी की संध्या में बिहार में गांधी विषय पर परिसंवाद का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रो.रत्नेश्वर मिश्र, प्रो.अशोक अंशुमान और राजेश कुमार मुख्य वक्ता होंगे। इस दौरान प्रतिभागियों के बीच कार्य विवरणिका आम्रपाली एवं स्मारिका का लोकार्पण होगा।