HOLI 2020: होली पर इस बार बन रहा त्रिपुष्कर योग, जानिए क्या होगा खास Muzaffarpur News
10 मार्च को मनेगी होली नौ को जलेगी होलिका होगा शुभ। देव गुरु बृहस्पति सात वर्षों के बाद उच्च प्रभाव में होंगे। जानिए और क्या कुछ रहेगा खास...
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। रंगों के महापर्व होली में इस बार त्रिपुष्कर योग का खास संयोग बन रहा है। इससे कई अनिष्ट दूर होंगे और सुख-समृद्धि बढ़ेगी। देव गुरु बृहस्पति सात वर्षों के बाद उच्च प्रभाव में होंगे। ब्रह्मपुरा स्थित बाबा सर्वेश्वरनाथ मंदिर सह महामाया स्थान के आचार्य संतोष तिवारी व रामदयालु स्थित मां मनोकामना देवी मंदिर के पुजारी पंडित रमेश मिश्र बताते हैं कि उत्तरा फाल्गुन नक्षत्र में त्रिपुष्कर योग में पड़ रही होली का संयोग काफी खास है।
इस संयोग से सुख-शांति और समृद्धि के साथ-साथ संतान के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी पूरी होती है। इस बार होलिका दहन 9 मार्च को फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल से लेकर रात्रि करीब साढ़े 11 बजे तक किया जाएगा। अगले दिन 10 मार्च को होली होगी।
जगदंबा नगर, बैरिया के आचार्य अभिनय पाठक बताते हैं कि इस बार होलिका दहन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में किया जाएगा, जिसे शुक्र ग्रह का नक्षत्र कहा जाता है। शुक्र ग्रह नवीनता, ऐश्वर्य, आनंद और ख़ुशी का प्रतीक है। होली उत्तरा-फाल्गुनी नक्षत्र में खेली जाएगी, जो सूर्य का प्रतिनिधि है। सूर्य आत्म सम्मान, उन्नति व आत्म प्रकाश का कारक है, वर्षभर कृपा बरसाएंगे। देवगुरु बृहस्पति उच्च प्रभाव में होंगे, जो सम्मान के कारक हैं। इस तरह इस बार की होली में इन तीन ग्रहों के साथ बनने वाला यह योग जीवन में श्रेष्ठता बढाएंगे और उल्लास पैदा करेंगे।