मुजफ्फरपुर में नए कृषि कानूनों के विरोध में आज होगा चक्का जाम
इंटर परीक्षा का रखेंगे ख्याल दोपहर एक से तीन के बीच जाम। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के समर्थन में वाम दल। 58वें दिन धरना देकर जताया विरोध जारी रहेगा आगे आंदोलन। एसयूसीआइ ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाता आंदोलन जारी रहेगा।
मुजफ्फरपुर, जासं। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, मुजफ्फरपुर के घटक किसान संगठनों ने अमर शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर धरना दिया। नए कृषि कानून जब तक वापस नहीं लिए जाते आंदोलन जारी रहेगा। मोदी सरकार को किसान की नहीं कॉरपोरेट जगत की चिंता है। इसलिए इसका विरोध चल रहा है। धरना को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय खेत मजदूर संगठन के राज्य सचिव लालबाबू महतो ने कहा कि छह फरवरी को चक्का जाम किया जाएगा। एसयूसीआइ के जिला सचिव अर्जुन कुमार ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाता आंदोलन जारी रहेगा। इंटर की परीक्षा को देखते हुए दोपहर एक बजे से तीन बजे के बीच जिले में जगह-जगह पर चक्का जाम किया जाएगा।
हमलावरों को अविलंब गिरफ्तार करे प्रशासन
धरना में किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को मुजफ्फरपुर में ट्रैक्टर व मोटरसाइकिल रैली से लौट रहे किसान संगठन के कार्यकर्ताओं पर दिघरा में जानलेवा हमला करने वाले असामाजिक तत्वों की अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रशासन हमलावरों को अविलंब गिरफ्तार करे। इनकी गिरफ्तारी नहीं होने पर नौ फरवरी को जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। किसान संगठनों के आह्वान पर शनिवार को देशव्यापी चक्काजाम आंदोलन को मुजफ्फरपुर में प्रखंड से लेकर शहर तक सफल बनाया जाएगा। आंदोलनकारियों ने कहा कि किसान आंदोलन पूरे देशभर में फैल चुका है। किसान आंदोलन में शिरकत कर रहे हैं। धरना में आशुतोष कुमार, काशीनाथ सहनी, अविनाश साईं, मजदूर नेता मो.इदरीश आदि थे।
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