Valmiki Tiger Reserve: वीटीआर में बढ़ रहा बाघों का कुनबा, नए सिरे से होगी गिनती
Valmiki Tiger Reserve बाघों की संख्या बढऩे से विभाग उत्साहित अधिवास क्षेत्र का चयन शुरू। वन क्षेत्र में ट्रैप कैमरा लगाने की चल रही है तैयारी। गिनती का काम नवंबर के अंतिम या दिसंबर के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जाएगा।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में बाघों का कुनबा खूब फल-फूल रहा है। कुछ महीने पूर्व हुई गिनती में रिजर्व क्षेत्र में 40 से अधिक बाघ पाए गए थे, कई शावक भी देखे गए थे। इससे विभाग और अधिकारी उत्साहित हैं। इसे देखते हुए विभाग एक बार फिर बाघों की गिनती की तैयारी कर रहा है। अधिवास क्षेत्रों का चयन शुरू कर दिया गया है। गिनती का काम नवंबर के अंतिम या दिसंबर के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जाएगा।
वीटीआर के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि वन प्रमंडल एक और दो के आठ वन क्षेत्रों में दो दर्जन से अधिक अधिवास क्षेत्र चिह्नित कर लिए गए हैं। बाघों की गिनती के लिए इन्हीं क्षेत्रों में लगभग पांच सौ ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों की सुरक्षा व संचालन के लिए अतिरिक्त वनकॢमयों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए प्रशिक्षित वनकॢमयों का चयन कर अलग-अलग टीम गठित की गई है। मुख्य वन संरक्षक हेमकांत राय ने बताया कि वीटीआर प्रशासन का प्रयास है कि पहले चरण में वन प्रमंडल एक के मंगुराहा, गोबर्धना व रघिया वन क्षेत्र में बाघों की गिनती का काम पूरा कर लिया जाए। इसक उपरांत दूसरे चरण में वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर, गनौली, मदनपुर, हरनाटाड़ व चिउटांहा वन क्षेत्र में बाघों की गिनती कराई जाएगी।
बता दें कि वीटीआर में विभिन्न प्रजातियों के वन्य प्राणी निवास करते हैं। लगभग 900 वर्ग किलोमीटर में फैला वीटीआर वन्य प्राणियों का घर है। इसलिए वन्य प्राणी कहीं भी किसी भी समय आ जा सकते हैं। जिसके चलते लोगों को सचेत रहने की जरूरत है।