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गरीबोंं के इलाज को तीन गैर सरकारी व 18 सरकारी अस्पताल चयनित

इलाज के लिए सदर अस्पताल व पीएचसी पर आकर गोल्डेन कार्ड की जरूरत नहीं होगी बल्कि पीएम की ओर से गरीबों को दिए गए पत्र के आधार पर होगा इलाज।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 10:48 AM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 10:48 AM (IST)
गरीबोंं के इलाज को तीन गैर सरकारी व 18 सरकारी अस्पताल चयनित
गरीबोंं के इलाज को तीन गैर सरकारी व 18 सरकारी अस्पताल चयनित

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आयुष्मान भारत अभियान के तहत गरीबों के इलाज के लिए जिले में तीन गैर सरकारी व 18 सरकारी अस्पतालों का चयन किया गया है। इलाज के लिए सदर अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आकर गोल्डेन कार्ड की जरूरत नहीं होगी। बल्कि प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए पत्र के आधार पर इलाज होगा। अस्पताल मरीज के इलाज के साथ ही पहचान कार्ड उपलब्ध करा देगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक बीपी वर्मा ने बताया कि पहले चरण में चार अस्पताल का चयन किया गया था।

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    लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के लिए अपनी असमर्थता जताई। इसलिए अब तीन गैर सरकारी अस्पताल है जहां इलाज होगा। आने वाले दिन में जिला स्तर पर गठित चयन समिति अन्य अस्पताल को पैनल में शामिल करेगी। इसके साथ सभी पीएचसी के साथ सदर अस्पताल व एसकेएमसीएच मिलाकर 18 सरकारी अस्पताल को इस योजना से जोड़ा गया है।

इन अस्पतालों में होगा इलाज

मरीजों के इलाज के लिए हाथी चौक स्थित एएसजी होस्पीटल, ब्रह्मपुरा का बथुआ नर्सिंग होम, व अशोका हॉेस्पीटल। इसके साथ एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल व सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयुष्मान भारत अभियान के तहत लाभान्वितों का इलाज होगा।

इस तरह से होगा इलाज

आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी अस्पताल में एडमिट होने के लिए कोई चार्ज नहीं चुकाएगा। अस्पताल में दाखिल होने से लेकर इलाज तक का सारा खर्च इस योजना में कवर किया जाएगा। पैनल में शामिल हर अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र होगा। वह मरीज को अस्पताल की सुविधाएं दिलाने में मदद करेगा। अस्पताल में एक हेल्प डेस्क भी होगा जो दस्तावेज चेक करने, स्कीम में नामांकन के लिए अन्य प्रक्रिया में मदद करेगा।

    आयुष्मान भारत योजना में शामिल व्यक्ति देश के किसी भी सरकारी पैनल में शामिल निजी अस्पताल में इलाज करा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत योजना में 1354 पैकेज शामिल किए हैं। इसमें कोरोनरी बायपास, घुटना बदलना और स्टंट डालने जैसे इलाज शामिल हैं। 


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