मुजफ्फरपुर जिले के तीन लाख लोग कोविड के हाइ रिस्क जोन में, नहीं ले पाए एक भी डोज
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 35 लाख लोगों को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य था। इसमें से करीब तीन लाख लोग टीकाकरण से वंचित रह रहे हैं । ओवरआल यानी तीनों खुराक लेने वाले की बात करें तो जिला 38वें पायदान पर है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान में जिला पिछड़ रहा है। अब भी तीन लाख लोग इसके हाईरिस्क जोन में है। इन्होंने एक भी खुराक नहीं ली है। जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 35 लाख लोगों को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य था। इसमें से करीब तीन लाख लोग टीकाकरण से वंचित रह रहे हैं । ओवरआल यानी तीनों खुराक लेने वाले की बात करें तो अपना जिला 38वें पायदान पर है। इसको लेकर राज्य मुख्यालय गंभीर है। मुख्यालय से जवाब तलब करने के बाद विभागीय अधिकारी हलचल तेज हो गई है। जितने लोग पहली खुराक ली वह तीनों खुराक ले यह अब सुनिश्चत करना है।
बूस्टर डोज कम होने पर नाराजगी
सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने बताया कि कोरोना की चौथी लहर की धमक के साथ अब कोरोनारोधी टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा, बाल विकास परियोजना की टीम का सहयोग लिया जा रहा है। स्कूल में शिविर लगाकर नियमित टीकाकरण कराया जा रहा है। बताया कि कोरोनारोधी टीका के पहले, दूसरे व बूस्टर खुराक देने में कौन कौन सा प्रखंड पीछे है। किन कारणों से लोगों को टीका नहीं दिया जा रहा है, जिन प्रखंडों में टीकाकरण का लक्षय दिया गया था, उसे पूरा क्यों नही किया जा रहा हैं। इन सभी बिंदुओं पर पीएचसी प्रभारी से जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद राज्य मुख्यालय को भेज दी जाएगी। सीएस ने बताया कि राज्य मुख्यालय बूस्टर डोज कम होने पर नाराजगी है। उन्होंने कहा कि पहली खुराक से वंचित लोगों को खुराक मिले इसके लिए आशा से सर्वे कराया जा रहा है। वैसे तीनों खुराक लेने वाले की संख्या 61 लाख 81 हजार 552 पर हैं। इसमें 32 लाख 29 हजार 228 को पहली खुराक ली है। जबकि 3 लाख 12 हजार 867 को ही बूस्टर खुराक दी गई है। जबकि 23 लाख 26 हजार 590 को बूस्टर डोज लगनी चाहिए।
कोरोनारोधी टीकाकरण एक नजर में
कोरोना टीकाकरण देने का लक्ष्य 35 लाख रखा गया है। इसमें से पहली खुराक 32 लाख 29 हजार 228 लोगों को मिली, दूसरी खुराक 26 लाख 39 हजार 457 को वहीं पहली व दूसरी यानी दोनों खुराक लेने वाले की संख्या 26 लाख 39 हजार 457 तो सर्तकता खुराक 3 लाख 12 हजार को मिली है।