CHHATH-PUJA : इस बार 50 करोड़ से अधिक होगा फलों का कारोबार Muzaffarpur News
CHHATH- PUJA तीन दिनों में विभिन्न शहरों से 500 ट्रक फल की हो चुकी है आवक। केरल से नारियल कश्मीर से सेब बंगाल से केला नासिक से संतरा व सिलीगुड़ी से मंगाई गई अनानास की खेप।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आस्था के महापर्व छठ में भगवान सूर्य को अर्घ्य देने में फल को प्रमुख माना गया है। ऐसे में अहियापुर बाजार समिति के फलों के आढ़तियों ने केरल, बंगाल, नासिक, सिलीगुड़ी के कारोबारियों को एक सप्ताह पूर्व आर्डर भेज फलों का स्टॉक मंगा लिया है। विगत तीन दिनों में जिले में 500 से अधिक विभिन्न प्रकार के फलों की आवक हो चुकी है।
अनुमान है कि 50 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के फलों का कारोबार हो चुका है। माल की फुटकर खरीदारी कर दुकानदारों ने नहाय खाय के दिन से फलों का बाजार सजा दिया है। शहर के सभी चौक चौराहों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह फल के दुकान लगाए हैं। केरल से लगातार नारियल से लदे ट्रकों की आवक हो रही है। वहीं महाराष्ट्र से संतरा, कश्मीर से सेब व नाशपाती, बंगाल से केला इलाहाबाद से अमरूद की खेप मंगाई गई है।
सबसे महंगा पत्ते वाला अदरक
अनार, अनानास, सेब जैसे फलों से अधिक महंगा रांची से आने वाला पत्तेदार अदरक है। इसका कारण है कि यहां पत्तेदार अदरक की खेती नहीं होती है। यह बंगाल व रांची से मंगाया जाता है। जहां पत्तेदार अदरक 300 रुपये किलो है, वहीं हल्दी की कीमत 80 रुपये किलो है।
फलों के दाम में खरना से आएगा उछाल
केला 40 रुपये दर्जन बिक रहा है, लेकिन शुक्रवार से इसकी कीमत में वृद्धि होने की संभावना है। अभी नारियल 50 रुपये जोड़ा बिक रहा है। इसके दाम में भी वृद्धि होगी।
अर्घ्य के मुख्य फल
अर्घ्य में मुख्य फल केला, नारियल, सेब, मूली, अदरक सिंघाड़ा हल्दी हैं, लेकिन इसके अलावा साधन संपन्न लोग अनार, अनानास भी सूप से रखते हैं।