12 दिसंबर से शहनाई पर ब्रेक, 17 जनवरी से फिर बैंड, बाजा और बरात, जानिए शुभ मुहूर्त...
खरमास होने के कारण विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्य के लिए समय अनुकूल नहीं रहेगा। गुरु स्वामी 14 और 15 दिसंबर की मध्य रात्रि में पश्चिम में अस्त हो रहे।
समस्तीपुर, जेएनएन। इस साल दिसंबर में 12 तारीख तक ही शहनाई बजेगी। इसके बाद लगभग एक महीने गैप रहेगा। जनवरी में 17 तारीख से फिर बैंड, बाजा और बरात। पंडित आचार्य गीता मिश्रा के अनुसार, गुरु स्वामी 14 और 15 दिसंबर की मध्य रात्रि में पश्चिम में अस्त हो रहे। उनका उदय नौ जनवरी को पूर्व दिशा से हो रहा। इस बीच 16 दिसंबर को सूर्य दोपहर साढ़े तीन बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इससे मांगलिक कार्यों के लिए गुरु स्वामी की स्थिति कमजोर होगी। साथ ही, खरमास होने के कारण विवाह आदि मांगलिक कार्य के लिए समय अनुकूल नहीं रहेगा।
मांगलिक कार्य सर्वदा र्विजत
आचार्य के अनुसार, 14 जनवरी तक धनु राशि में सूर्य का भ्रमण काल रहेगा। इस कालखंड को ही खरमास कहा जाता है। इस अवधि में विवाह, उपनयन संस्कार, गृह प्रवेश आदि अन्य मांगलिक कार्य सर्वदा र्विजत किया गया है। उन्होंने बताया कि 17 जनवरी से मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
खरमास में क्यों नहीं बनतीं जोड़यिां
पंडितजी बताते हैं कि खरमास महीने में सूर्य धनु राशि में रहते हैं। धनु और मीन राशि में होने के कारण सूर्य की स्थिति कमजोर हो जाती है। विवाह आदि शुभ कार्य के लिए ग्रह स्वामी सूर्य का मजबूत होना जरूरी है। ग्रह चाल के मुताबिक, मकर संक्रांति तक सूर्य की दशा यही रहती है। इस अवस्था में किसी भी मांगलिक कार्य का फलाफल नहीं प्राप्त होता। इसके परिणाम विपरीत हो सकते हैं।
कब-कब है शुभ मुहूर्त
दिसंबर : एक, दो, सात आठ, 11 व 12
जनवरी : 17, 18, 20, 26, 29, 30, 31
फरवरी : चार, नौ, 10, 12, 16, 21, 25, 26, 27, 28