मौसम का मरीजों पर पड़ रहा बुरा असर, सांस की तकलीफ से पीडि़तों की संख्या तेजी से बढ़ रही
एनआइसीयू में तीन घंटे में तीन नवजातों की मौत आठ भर्ती। बदलते मौसम से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। बच्चे व बुजुर्ग सर्वाधिक पीडि़त हो रहे हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मौसम की मार से सांस की बीमारियां का प्रकोप तेजी से बढऩे लगी हैं। एसकेएमसीएच में रविवार को इससे पीडि़त डेढ़ दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे। इनमें एनआइसीयू (नियोनेटल इंसेंटिव केयर यूनिट) में तीन घंटे में तीन नवजात, पीआइसीयू में भर्ती एक बच्चे के साथ सात की मौत हो गई। मृत नवजातों में सीतामढ़ी, पुनौरा के तेजस्वी कुमार की पुत्री इशका कुमारी, सुरसंड दिवारी के बिट्टू पासवान का पुत्र तुलसी एवं अहियापुर, मुस्तफापुर के शिवजी साह का पुत्र शामिल है। वहीं पीआइसीयू में भर्ती समस्तीपुर भुसारी के संतोष कुमार शर्मा की पुत्री जूली कुमारी (6), सिवाईपट्टी बनघड़ा के भरत सहनी की पत्नी रजनी देवी, हथौड़ी पुनरबारड़ा के रामदेव ठाकुर की पत्नी सुमित्रा देवी एवं पूर्वी चंपारण पकड़ी दयाल के एक मरीज की मौत हो गई।
चिकित्सकों के अनुसार विगत एक सप्ताह से सर्वाधिक मरीज सांस की बीमारी से पीडि़त होकर पहुंच रहे हैं। इन मरीजों से सीसीयू, आइसीयू व पीआइसीयू अटे पड़े हैं। ठंड के कारण बीमार होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। शिशु विभाग के डॉ. प्रदीप शरण, डॉ. यूसी विद्यार्थी एवं औषधि विभाग के डॉ.आरएन सिंह व डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि बदलते मौसम से इस बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। बच्चे व बुजुर्ग सर्वाधिक पीडि़त हो रहे हैं।