विश्वविद्यालय में चंदा को ले मारपीट, कर्मचारियों ने काम किया बंद
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परिसर में चंदा वसूली को लेकर जमकर मारपीट के बाद अफरा-तफरी मच गई। चंदा वसूली से तंग कर्मचारी भी अपने कार्यालय से बाहर आकर विरोध करने लगे।
मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परिसर में चंदा वसूली को लेकर जमकर मारपीट के बाद अफरा-तफरी मच गई। चंदा वसूली से तंग कर्मचारी भी अपने कार्यालय से बाहर आकर विरोध करने लगे। इसकी शिकायत कुलसचिव व थानाध्यक्ष को मिली। सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई तथा उपद्रवियों की तलाश होने लगी। देखते ही देखते पूरा परिसर पुलिस छावनी में बदल गया। उसके बाद उपद्रवी तत्व पीछे के रास्ते से निकल लिए। हालांकि, थानाध्यक्ष रामनाथ प्रसाद ने बताया कि परिसर में किसी भी तरह की मारपीट का मामला सामने नहीं आया है। चंदा को लेकर हंगामा की सूचना मिली थी। चौकसी बढ़ा दी गई है। चंदा वसूली करने वाले की पहचान की जा रही है। परिसर में लगे सीसीटीवी की मदद से चंदा वसूली करने वाले की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कर्मचारियों से भी कहा गया है कि चंदा वसूली करने वाले के संबंध में लिखित शिकायत करें, उसको जेल भेजा जाएगा। परिसर में किसी को किसी भी तरह की रंगदारी करने या जबरन वसूली की इजाजत नहीं दी जाएगी। वह खुद लगातार कैंप कर रहे है। कुलसचिव कर्नल अजय कुमार राय ने कहा कि चंदा वसूली के भय से कार्यालय बंद करने की शिकायत कर्मियों ने उनसे की थी। उसके बाद पुलिस को इस संबंध में पत्र दिया गया। परिसर में पुलिस की तैनाती की गई है। किसी भी छात्र या कर्मचारी के साथ किसी भी तरह की जबरदस्ती होगी तो सख्त कदम पुलिस उठाएगी। विश्वविद्यालय में कामकाज में बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस तरह से चला घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार शनिवार को विश्वविद्यालय में रिजल्ट में सुधार कराने आए एक छात्र को चंदा वसूली करने वाली एक टोली ने घेर लिया। उसने जब अपनी विवशता बताई तो कि उतना पैसा नहीं कि हम अपने घर वापस जाएंगे। उसके बाद वहां पर अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारी, छात्र की मदद में उतरे तथा अपना काम बंद कर बाहर निकल गए। कुछ कर्मियों ने बताया कि एक सप्ताह से पूरे परिसर में हड़कंप है। एक टोली जबरन आकर यहां पर चंदा काटती है। नहीं देने पर गाली-गलौज व मारपीट करती है। कर्मचारियों ने सवाल उठाया कि परिसर में पुलिस व दंडाधिकारी भी तैनात है। लेकिन, कुछ भी एक्शन नहीं हो रहा है। अगर यहीं रवैया रहा तो कार्यालय बंद कर दिया जाएगा। वहां काम कराने आए कुछ छात्रों ने मारपीट करने की शिकायत विवि के अधिकारियों से की है।