अगले 24 घंटे तक धीमी रहेगी ट्रेनों की गति, ट्रैक किनारे बने घाटों पर व्रतियों को आवागमन में नहीं होगी परेशानी
Chhath Puja 2020 छठ व्रतियों को आवागमन में कोई परेशानी न हो। इसके लिए एसडीएम ने रेलवे को पत्र लिखकर सभी ट्रेनों को धीमी गति से परिचालित करने का आदेश दिया है। खतरनाक घाटों पर लाल कपड़े टांगने का आदेश।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर सभी घाट सज गए हैं। गुरुवार को व्रतियों ने रसियाव रोटी तैयार किया व प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। शुक्रवार की शाम व्रती अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को पहला अर्घ्य देंगे। शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही लोकआस्था का यह महान पूर्व संपन्न हो जाएगा। व्रतियों को आवागमन में कोई परेशानी न हो। इसके लिए एसडीएम ने रेलवे को पत्र लिखकर सभी ट्रेनों को धीमी गति से परिचालित करने का आदेश दिया है। बता दें कि नगर के आधा दर्जन से अधिक छठ घाटों पर जाने के लिए रेल ट्रैक को पार करना पड़ता है। दूसरी ओर, शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार को संपन्न कराने के लिए कुल 198 दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। सभी दंडाधिकारियों ने कमान संभाल ली है। शनिवार की सुबह नौ बजे तक उनकी ड्यूटी जारी रहेगी। विधानसभा चुनाव के बाद कोरोना संकट के बीच यह दूसरा मौका है। जब सार्वजनिक आयोजन हो रहा। एक साथ घाटों पर हजारों की भीड़ जुटेगी, जिसे देखते हुए एसडीएम ने सभी प्रमुख छठ घाटों पर मेडिकल टीम को भ्रमणशील रहने का आदेश दिया है।
63 घाटों पर कंट्रोलरूम, अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती
बगहा अनुमंडल के सभी सातों प्रखंडों को मिलाकर कुल 198 छठ घाट चिन्हित किए गए हैं। इनमें 63 घाटों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इन घाटों पर कंट्रोलरूम स्थापित किया गया है। जहां दंडाधिकारियों के साथ साथ एक एक अतिरिक्त कर्मी की तैनाती हुई है। इन सभी घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है जहां गहराई वाले हिस्से में व्रतियों के उतरने पर मनाही होगी। नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। इन सभी घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजिंगरूम भी बनाए गए हैं। फिजिकल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए यहां महिला व पुलिस जवानों की तैनाती भी की गई है।
खतरनाक घाटों पर लाल कपड़े टांगने का आदेश
जिन छठ घाटों पर नदी की गहराई अधिक है वहां लाल कपड़े टांगने का आदेश एसडीएम ने दिया है। ताकि लोग खतरे वाले बिंदुओं के आसपास न जाए। बड़ी संख्या में बाहर से आए श्रद्धालुओं को घाटों की स्थिति की जानकारी नहीं होती, इसलिए प्रशासन ने संवेदनशील घाटों पर गोताखोरों को स्थानीय स्वयंसेवकों की तैनाती भी की है।
आइए लें संकल्प, दउरा में सैनिटाइजर व मुंह पर हो मास्क
शहरी पीएचसी के चिकित्सक डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि कोरोना संकट के बीच छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटेगी। जिससे कोरोना विस्फोट की संभावना बढ़ गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि छठ घाट जाने वाले हर श्रद्धालु के मास्क लगाएं और दउरा में पूजन सामग्री के साथ सैनिटाइजर अवश्य रखें। बिना जरूरत किसी भी चीज को न छूएं फिजिकल डिस्टेंसिंग को बनाए रखें।
कालीघाट पर मास्क पहनकर आना अनिवार्य
नगर के वार्ड संख्या एक व दो के साथ मंगलपुर के व्रती कालीघाट छठ घाट पर जुटेंगे। स्थानीय आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मास्क लगाकर ही छठ घाट पर ही आए। यहां मास्क वितरण की भी व्यवस्था की गई है। वार्ड संख्या एक के पार्षद प्रतिनिधि जयप्रकाश गुप्ता व वार्ड संख्या दो के पार्षद प्रतिनिधि अजयमोहन गुप्ता ने कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।