अक्षय नवमी पर आंवला वृक्ष की हुई विशेष पूजा, लक्ष्मी-नारायण से धन-धान्य की कामना
इस अवसर पर आंवला वृक्ष के पास भोजन बनाया गया। जिसे सबने प्रसाद के रूप में खाया और वितरित भी किया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अक्षय नवमी पर शनिवार को पूरी श्रद्धा व आस्था के साथ आंवला पूजन किया गया। लोगों ने आंवला के वृक्ष की विशेष पूजा-अर्चना की तथा लक्ष्मी नारायण से धन-धान्य की कामना की। इस अवसर पर आंवला वृक्ष के पास भोजन भी बनाया गया। जिसे सबने प्रसाद के रूप में खाया और वितरित भी किया। फलित दर्शन ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के पंडित प्रभात मिश्र ने कहा कि शास्त्रों में अक्षय नवमी की महत्ता वैशाख मास के अक्षय तृतीया के समान ही शुभ व महती फलदायी बताई गई है। इस दिन व्रत, पूजा, तर्पण व अन्नादि दान करने से अक्षय फल मिलता है।
होती अक्षय पुण्य की प्रप्ति
पं.जयकिशोर मिश्र ने बताया कि इस दिन पूजा-अर्चना करने व परोपकार के काम करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। आंवला के औषधीय महत्व पर चर्चा करते हुए इसे कई रोगों में लाभकारी बताया। कहा कि आंवला को आयुर्वेद में अमृत माना गया है। इधर, बीएमपी सिक्स दुर्गा मंदिर परिसर स्थित आंवला वृक्ष के नीचे भी भव्य आयोजन हुआ। दिनभर पूजा के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा। संध्या समय वृक्ष के नीचे भोजन बनाने के साथ ही सामूहिक भोज भी हुए। मौके पर पुजारी पं.नीरज झा सहित कई भक्तगण मौजूद रहे। इधर, सिकंदरपुर स्थित श्री राणी सती मंदिर 'दादी धाम' में आंवला नवमी के अवसर पर दादी जी का भव्य जन्मोत्सव मनाया गया।
पूरा मंदिर परिसर रंगबिरंगे गुब्बारे व फूलों से सजाया गया था। दादी भक्तों ने झूमते हुए भजन-कीर्तन तथा मंगल पाठ किया। भक्तों के बीच बधाइयां बाटी गई। केक भी काटा गया। अंत में महाप्रसाद का वितरण भी हुआ। इस अवसर पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष रतनलाल तुलस्यान, रमेश झुनझुनवाला, हरि नेमानी, प्रभात बंका, कैलाश ढंढारिया, पवन ढंढारिया, राजकुमार नाथानी, श्याम डालमिया, श्याम सर्राफ, श्रवण सर्राफ, शशि तुलस्यान, सुनीता तुलस्यान, वीणा तुलस्यान, लक्ष्मी तुलस्यान, अजय केजड़ीवाल आदि मौजूद रहे।