जो Document आपके लिए अतिमहत्वपूर्ण वे बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में बेतरतीब पड़े रहते, जानिए उनका हाल
BRA Bihar University आवश्यक दस्तावेज पर पैर रखकर जाते आते हैं लोग नहीं दिया जा रहा ध्यान। इन्हीं कागजातों के लिए विद्यार्थी कई जिलों से आकर विवि का चक्कर काटते हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विश्वविद्यालय ने आखिर यह कैसी नीति बनाई कि दूर-दूर से आकर विद्यार्थियों को खुद के कागजात के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है, लेकिन विवि के कर्मियों को पता तक नहीं कि किस विद्यार्थी का कागजात कहां है। यह पता तब होता न जब उसे सहेज कर रखते। महत्वपूर्ण कागजात को बाहर बोरे में रख दिया गया है। इसी कागजात के लिए बार बार चक्कर काटने के बाद कई बार विद्यार्थी कर्मियों से उलझ भी जाते हैं। यहां तक अधिकारियों से भी विवाद और हंगामा की स्थिति बन आती है। इन सब के बाद भी विवि के अधिकारी इन कागजात को ठीक से रखना जरूरी नहीं समझते। जबकि, ये कागजात विद्यार्थियों के कॅरियर से जुड़े होते हैं।
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एडमिट कार्ड सेक्शन व अन्य कई विभागों के बाहर गैलरी में दस्तावेजों को बेतरतीब रख दिया गया है। उसपर जमी धूल की परत बता रही है कि काफी दिनों से उसे वहीं रखकर छोड़ दिया गया है। कोई उसे देखने वाला तक नहीं। इन्हीं कागजातों के लिए विद्यार्थी कई जिलों से आकर विवि का चक्कर काटते हैं। गैलरी में पड़े कई बोरे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उससे कई कागजात बाहर फर्श पर भी पड़े हैं। ऐसे में कोई कागजात या प्रमाणपत्र गुम हो जाए जो इसके लिए कौन जवाबदेह होगा।
लापरवाही के कारण खो जाते कागजात
विवि अपने कार्य के तौर तरीकों और कर्मियों की कार्यशैली के कारण हमेशा चर्चे में रहता है। इसी का एक उदाहरण बेतरतीब पड़े कागजात भी हैं। अक्सर परीक्षा से जुड़े व अन्य कागजात नहीं मिलने पर शिकायत लेकर छात्र-छात्राएं विवि में पहुंचते हैं। कर्मियों की कार्यशैली ऐसी की कई दिन दौडऩे के बाद भी काम हो जाएगा इसकी गारंटी नहीं है। कागजात खो जाने और अन्य कारणों का हवाला दिया जाता है पर कागजातों की देखरेख की ओर ध्यान हीं नहीं दिया जाता है। इस बारे में बीआरएबीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि गैलरी में पड़े महत्वपूर्ण कागजातों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है। शीघ्र ही कागजातों को आवंटित कमरे में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
विद्यार्थी बोले- दूर से आते, नहीं होता काम
विवि परिसर में आए कई विद्यार्थियों ने गुरुवार को बताया कि कागजात के लिए कई दिनों से विवि का चक्कर काट रहे हैं। कर्मचारी हमेशा टाल-मटोल कर बाद में आने को कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।