Mahashivratri 2019 : गाजे-बाजे के साथ निकली बाबा भोलेनाथ की बरात
भूत-पिशाच के साथ शामिल हुए देवों के साथ दानव भी झांकी का जगह-जगह हुआ स्वागत। चलंत नटराज यमराज अद्र्धनारीश्वर शिव और शिव तांडव देख अभिभूत हुए लोग।
By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 04 Mar 2019 01:20 PM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 01:20 PM (IST)
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हाथी-घोड़े, बसहा, भूत-पिशाच, दानव व सर्पधारी बाबा भोलेनाथ संग कई देवी-देवता। ऐसी अनोखी बरात, जिसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है। सोमवार को जब महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर में गाजे-बाजे के साथ बाबा भोलेनाथ की बरात निकली तो उसे देखने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। बरात जिधर से गुजरती, लोग पलकें बिछाए सड़क के दोनों तरफ खड़े नजर आते। यहां तक कि हर दुकान व भवनों पर लोगों की भीड़ थी।
बाबा गरीबनाथ के दरबार से निकलने वाली शिव बरात का नेतृत्व पूर्व विधायक केदारनाथ कर रहे थे। इसके पूर्व गोला रोड स्थित श्रीरामभजन संकीर्तन आश्रम में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद नगर भ्रमण के लिए बरात निकली। मौके पर अतिथियों ने विधिवत पूजा-आरती के बाद उसे विदा किया। झांकी सज्जा घर से निकलने के बाद बाबा गरीबनाथ मंदिर पहुंची। वहां विधिवत पूजा-अर्चना के बाद आरती उतारी गई। बरात का भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद बरातियों का काफिला आगे चल पड़ा।
इसमें नटराज, यमराज, शिव तांडव व अद्र्धनारीश्वर का चलंत स्वरूप लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। साथ ही आकाश में विचरते साधु, बसहा पर सवार बाबा, तपस्या में लीन मां पार्वती, द्वादश ज्योतिर्लिंग, ब्रह्मा, विष्णु, नारद, श्रीराम लक्ष्मण संग मां सीता, बजरंग बली, मां सरस्वती, मां गंगा, मां भगवती दुर्गा, मां लक्ष्मी आदि विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।
बरात में कुल 76 मनमोहक झांकियां दिखीं। पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहा कि यह महोत्सव राष्ट्रहित व सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। इसमें बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रशासक पं.विनय पाठक, पं.बैजू पाठक, पं.अमर पाठक आदि भी शामिल हुए।
जगह-जगह हुआ स्वागत
नगर भ्रमण के दौरान झांकी शोभा यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। बाबा गरीबनाथ मंदिर से निकलने के बाद शिव बरात सोनारपट्टी, साहू रोड, छोटी कल्याणी, हरिसभा चौक, कल्याणी, मोतीझील, पुरानी धर्मशाला चौक, इस्लामपुर, सूतापट्टी, कंपनीबाग व सरैयागंज टावर होते हुए वापस लौटी। इस दौरान खूब अबीर-गुलाल उड़ाए गए। जगह-जगह बरात के लिए शुद्ध पेयजल व शरबत का भी इंतजाम किया गया था। कई जगहों पर ठंडई व फलों का भी प्रबंध था।
बाबा आनंद भैरव नाथ मंदिर से निकली बरात
गन्नीपुर स्थित बाबा आनंद भैरवनाथ मंदिर से निकली शिव बरात कलमबाग चौक से अघोरिया बाजार चौक, बाबा मुक्तिनाथ मंदिर, रामदयालु, मिश्रा टोला, होमलेस चौक, दामु चौक व छाता चौक होते हुए वापस मंदिर लौटी। व्यवस्थापक पं.अंबरीश शर्मा ने बताया कि मंगलवार की रात आठ बजे से शिव विवाह कीर्तन का आयोजन होगा।
कालीबाड़ी रोड स्थित मां वैष्णो काली मंदिर से निकली बरात
इधर, जय श्री महाकाल सेवा दल की ओर से कालीबाड़ी रोड स्थित मां काली वैष्णो दरबार से बाबा महाकाल की बरात निकाली गई। इसमें भव्य झांकी के साथ लाल ध्वज लिए सैकड़ों बाइक सवार चल रहे थे। इसका नेतृत्व योगेश कुमार टिंकू कर रहे थे। यह बरात शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस लौटी। उधर, रामदयालु स्थित मलंग स्थान, बावनबीघा स्थित बाबा नर्मदेश्वरनाथ मंदिर, जूरनछपरा स्थित महामाया स्थान, भगवानपुर के यादव नगर स्थित शिव मंदिर व बैरिया स्थित अयाची ग्राम सहित विभिन्न जगहों से भी झांकी शोभायात्रा निकाली गई।
बाबा गरीबनाथ के दरबार से निकलने वाली शिव बरात का नेतृत्व पूर्व विधायक केदारनाथ कर रहे थे। इसके पूर्व गोला रोड स्थित श्रीरामभजन संकीर्तन आश्रम में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद नगर भ्रमण के लिए बरात निकली। मौके पर अतिथियों ने विधिवत पूजा-आरती के बाद उसे विदा किया। झांकी सज्जा घर से निकलने के बाद बाबा गरीबनाथ मंदिर पहुंची। वहां विधिवत पूजा-अर्चना के बाद आरती उतारी गई। बरात का भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद बरातियों का काफिला आगे चल पड़ा।
इसमें नटराज, यमराज, शिव तांडव व अद्र्धनारीश्वर का चलंत स्वरूप लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। साथ ही आकाश में विचरते साधु, बसहा पर सवार बाबा, तपस्या में लीन मां पार्वती, द्वादश ज्योतिर्लिंग, ब्रह्मा, विष्णु, नारद, श्रीराम लक्ष्मण संग मां सीता, बजरंग बली, मां सरस्वती, मां गंगा, मां भगवती दुर्गा, मां लक्ष्मी आदि विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।
बरात में कुल 76 मनमोहक झांकियां दिखीं। पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहा कि यह महोत्सव राष्ट्रहित व सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। इसमें बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रशासक पं.विनय पाठक, पं.बैजू पाठक, पं.अमर पाठक आदि भी शामिल हुए।
जगह-जगह हुआ स्वागत
नगर भ्रमण के दौरान झांकी शोभा यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। बाबा गरीबनाथ मंदिर से निकलने के बाद शिव बरात सोनारपट्टी, साहू रोड, छोटी कल्याणी, हरिसभा चौक, कल्याणी, मोतीझील, पुरानी धर्मशाला चौक, इस्लामपुर, सूतापट्टी, कंपनीबाग व सरैयागंज टावर होते हुए वापस लौटी। इस दौरान खूब अबीर-गुलाल उड़ाए गए। जगह-जगह बरात के लिए शुद्ध पेयजल व शरबत का भी इंतजाम किया गया था। कई जगहों पर ठंडई व फलों का भी प्रबंध था।
बाबा आनंद भैरव नाथ मंदिर से निकली बरात
गन्नीपुर स्थित बाबा आनंद भैरवनाथ मंदिर से निकली शिव बरात कलमबाग चौक से अघोरिया बाजार चौक, बाबा मुक्तिनाथ मंदिर, रामदयालु, मिश्रा टोला, होमलेस चौक, दामु चौक व छाता चौक होते हुए वापस मंदिर लौटी। व्यवस्थापक पं.अंबरीश शर्मा ने बताया कि मंगलवार की रात आठ बजे से शिव विवाह कीर्तन का आयोजन होगा।
कालीबाड़ी रोड स्थित मां वैष्णो काली मंदिर से निकली बरात
इधर, जय श्री महाकाल सेवा दल की ओर से कालीबाड़ी रोड स्थित मां काली वैष्णो दरबार से बाबा महाकाल की बरात निकाली गई। इसमें भव्य झांकी के साथ लाल ध्वज लिए सैकड़ों बाइक सवार चल रहे थे। इसका नेतृत्व योगेश कुमार टिंकू कर रहे थे। यह बरात शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस लौटी। उधर, रामदयालु स्थित मलंग स्थान, बावनबीघा स्थित बाबा नर्मदेश्वरनाथ मंदिर, जूरनछपरा स्थित महामाया स्थान, भगवानपुर के यादव नगर स्थित शिव मंदिर व बैरिया स्थित अयाची ग्राम सहित विभिन्न जगहों से भी झांकी शोभायात्रा निकाली गई।
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