बदमाश पहले से कर रहे थे प्रॉपर्टी डीलर की रेकी, मौका पाते मारी गोली
मुजफ्फरपुर - सीतामढ़ी मार्ग स्थित जीरो माइल के पास गुरुवार को हुई प्रॉपर्टी डीलर डीलर विजयी छपरा निवासी क्रिंची सहनी (42) की हत्या के बाद पुलिस हाथ-पांव मार रही है।
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर - सीतामढ़ी मार्ग स्थित जीरो माइल के पास गुरुवार को हुई प्रॉपर्टी डीलर डीलर विजयी छपरा निवासी क्रिंची सहनी (42) की हत्या के बाद पुलिस हाथ-पांव मार रही है। प्रारंभिक जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि बदमाश प्रॉपर्टी डीलर की पहले से रेकी कर रहे थे। जैसे ही मौका मिला उसे मौत के घाट उतार दिया। सीसी कैमरे के फुटेज में क्रिंची के आगे-पीछे तीन बाइक चलती हुई दिखी है। आगे चल रही एक बाइक पर अकेला व्यक्ति चल रहा था। जबकि पीछे से चल रही दो बाइक पर दो-दो लोग सवार थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, पीछे से चल रही बाइक पर सवार दो में से एक व्यक्ति ने चादर ओढ़ रखी थी। उसी ने काफी क्लोज रेंज से क्रिंची को गोली मार दी। उसके गिरने के साथ सभी बदमाश भाग निकले। पुलिस इस जानकारी के मिलने के बाद कैमरे के फुटेज व स्थानीय लोगों की बातों को आपस में कनेक्ट कर मामले की जांच कर रही है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम को लगाया गया है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान स्वयं पूरे मामले की मॉनीटरिग कर रहे हैं। देर रात तक किसी के पकड़े जाने की सूचना नहीं है। जाम के कारण जिलाधिकारी को बदलनी पड़ी राह घटना के बाद नाराज लोगों ने एक साथ कई इलाकों का आवागमन बाधित कर दिया। वाहनों की भारी भीड़ सड़क पर लग गई। इस बीच श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल जाने के लिए निकले जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष को मुख्य मार्ग छोड़ना पड़ा। उन्हें गांव व मोहल्ले के रास्ते से एसकेएमसीएच पहुंचना पड़ा। एक महीने से लगातार हो रहीं घटनाएं घटना से नाराज लोगों ने पुलिस पर शिथिलता के आरोप लगाए। लोगों का आरोप था कि उक्त स्थान पर पिछले एक महीने मे अपराधियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया। इसके पहले भी बदमाश इस इलाके में आतंक फैलाते रहे। लेकिन, किसी भी मामले में सभी बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। लोगों ने बताया कि इससे पहले स्वर्ण व्यवसायी दीपक कुमार उर्फ गुड्डू के साथ तीन अन्य को व्यवसायियों को अपराधी निशाना बना चुके हैं। उस बार महज संयोग था कि बदमाशों ने व्यवसायी की स्कूटी व जेवर के साथ नगदी लूटे और जान बच गई। चादर ओढ़े बदमाश ने चलाई गोली बताया गया है कि क्रिंची गुरुवार की सुबह जीरोमाइल आए थे। यहां से अकेले बाइक से लौट रहे थे। इसी बीच बदमाशों ने गोली मारी। उनके पीछे चल रही एक बाइक पर चादर ओढ़ बैठे युवक ने गोली मारी। गोली क्रिंची को कान के नीचे गर्दन में लगी। गोली गर्दन से मुंह होते हुए निकली।
ससुराल के लोग और स्वजन दौड़े पर नहीं बची जान घटना की जानकारी मिलने के साथ ससुराल पक्ष के लोगों के साथ स्वजन मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में ऑटो से श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पहुंचे। यहां से तत्काल निजी अस्पताल में गए। लेकिन, तमाम दौड़ के बीच क्रिंची ने दम तोड़ दिया। सड़क पर आगजनी कर लोगों ने की जमकर नारेबाजी क्रिंची के मौत की सूचना जंगल के आग की तरह फैली। लगातार हो रही घटनाओं से त्रस्त लोग सड़क पर उतर आए। इसके बाद सड़क पर आगजनी कर चौतरफा जाम कर दिया। उग्र प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान लोगों ने पुलिस के रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे की जाम में कई ऐसे लोग भी फंसे जिनकी ट्रेन यात्रा थी। जाम के कारण ट्रेन छूट गई।
घंटों खंगाला गया सीसी कैमरे का फुटेज, अपराधियों की पहचान घटना की सूचना पर क्यूआरटी प्रभारी सुनील कुमार रजक घटनास्थल पर पहुंचे। आसपास की दुकानों में लगे सीसी कैमरे का फुटेज खंगाला। इनके अलावा थानाध्यक्ष विकास कुमार राय समेत कई वरीय अधिकारियों ने भी मौके पर तथ्य खंगाले। इस दौरान अपराधियों की शिनाख्त कर लेने की बात सामने आई। हालांकि, पुलिस फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।
स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल क्रिंची की मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है। युवा प्रॉपर्टी डीलर की मौत के बाद स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पत्नी अमिरकन देवी बार-बार अपने दो पुत्र व पुत्रियों को देख चीत्कार मार रहीं हैं। लोग संभालते हैं। बेहोश होती हैं। जब-जब होश आता। एक ही चीत्कार- 'अब इ बाबू सब के कौन देखत हो लोगवा। रजवा हो रजवा पंकज के पढ़यत अब हो रजवा। हमरा सबके कईसे छोड़ चलगेला हो रजवा। कौन दुश्मन मारलक रजवा के गीली।'
क्रिंची अपने पीछे चार बच्चे छोड़ गए हैं। सभी बच्चों की उम्र छोटी है। पुत्र पंकज, गोली और पुत्री रूपा और करिश्मा लगातार रो रहे हैं। अन्य स्वजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल है। स्वजन बताते हैं कि हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए। ताकि, इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए।