इलेक्ट्रॉनिक्स कचरे से सबसे ज्यादा खतरा
इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर के वार्षिक सेमिनार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट इन सिटी विषय पर चर्चा हुई।
मुजफ्फरपुर। इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर के वार्षिक सेमिनार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट इन सिटी विषय पर चर्चा हुई। एमआइटी परिसर में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट किसी भी क्षेत्र में समुचित साफ-सफाई एवं पर्यावरण स्वस्थ बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण पहलू है। नगर निगम अपने क्षेत्र में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रणाली की पूर्ति करने के लिए उत्तरदायी है। शहर में इसकी विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। इलेक्ट्रॉनिक्स कचरा प्रबंधन के प्रति नगर निगम को तत्काल कदम उठाना चाहिए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की प्रणाली में मूल रूप से उन ठोस सामग्री को एकत्रित करके उपचार करने के बाद हटा दिया जाता है जो अब उपयोगी नहीं हैं। ठोस अपशिष्ट का निपटारा समुचित ढंग से नहीं किया जाए तो यह उस क्षेत्र में प्रदूषण के साथ कई खतरनाक रोगों को फैला सकता है। शाखा के मानद सचिव डॉ. राजीव रंजन कुमार ने आमसभा की रिपोर्ट पेश की। सभा की अध्यक्षता एमआइटी के प्राचार्य डॉ. जेएन झा तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सीबी राय ने किया। कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष ई. एसके मिश्रा, डॉ. घनश्याम ठाकुर, डॉ. आरके झा, डॉ. अमरेश कुमार, ई. अविनाश कुमार आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए।