दरभंगा : यूपी के बाद बिहार में भी फिल्म इंडस्ट्रीज खोलने की मांग, भोजपुरी कलाकारों ने उठाया मुद्दा
Darbhanga News भोजपुरी फिल्म के निर्माता और कलाकारों ने उठाया मुद्दा। कलाकारों ने कहा- बिहार में कलाकार और कद्रदानों की कमी नहीं फिल्म इंडस्ट्रीज खुलने से रोजगार के भी खुलेंगे द्वार। महिला कलाकार पिंकी ने कहा कि बिहार के युवा के अंदर कला की कमी नहीं है।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में भी फिल्म इंडस्ट्रीज खोलने की मांग उठने लगी है। हिंदी सहित भोजपुरी और मैथिली भाषा के कलाकारों ने इसे लेकर सरकार की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। ताकि, यहां के कलाकारों को बेहतर प्लेटफार्म मिल सके। मुंबई से दरभंगा पहुंचे भोजपूरी फिल्म निर्माता रंजनजी और गंगवा फिल्म में एंग्री लेडी की लीड भूमिका निभाने वाली महिला कलाकार पिंकी रंजन इस आवाज को बुलंद करने में लगे हैं। कहा है कि उत्तर प्रदेश के तरह बिहार में भी फिल्म इंडस्ट्रीज का निर्माण हो इसे लेकर वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर मांग की है। कहा है कि बिहार सरकार को जल्द से जल्द फिल्म इंडस्ट्रीज स्थापना करने की घोषणा करना चाहिए।
ताकी, यहां के कलाकारों को अपनी प्रतिभा और क्षमता दिखाने का मौका ही नहीं मिलेगा बल्कि, बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उनका मानना है कि फिल्म इंडस्ट्रीज के खुलने से बिहार के कलाकारों का पलायन भी रूकेगा। इससे बिहार सरकार आर्थिक रूप से समृद्ध भी होगा। कहा कि बिहार के लोग पूरी लगन के साथ मेहनत करते हैं। कहा एक बिहारी सब पर भारी... कहावत यूं ही नहीं बना है। सिर्फ प्लेटफार्म की जरूरत है। महिला कलाकार पिंकी ने कहा कि बिहार के युवा के अंदर कला की कमी नहीं है। लेकिन, रुपये के अभाव में हर कोई मुंबई जैसे महानगरी में संघर्ष नहीं कर सकते। ऐसे में अगर यहां फिल्म इंडस्ट्रीज की स्थापना की जाए तो हजारों कलाकारों को बेहतर प्लेटफार्म ही नहीं मिलेगा बल्कि, अपनी प्रतिभा के बदौलत जीवन को सफल कर दूसरे के लिए प्रेरणा भी बन सकते हैं।
कहा कि भौतिक वादी जमाने में भी यहां की महिलाओं और लड़कियों को दूसरे प्रदेश में जाकर कुछ करना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में बेहतर प्रतिभा समय से पहले ही दम तोड़ देता है।
फेसबुक से मिली सफलता
महिला कलाकार व दरभंगा के न्यू कॉलोनी दिलावरपुर निवासी ङ्क्षपकी रंजन ने बताया कि उनके अंदर भी काफी प्रतिभा था। कुछ कर गुजरने का इरादा था। लेकिन, प्लेटफार्म नहीं मिलने के कारण वह परेशान थीं। मुंबई जाना उनके लिए सपना था। अचानक उन्हें फेसबुक से सफलता मिली। उनकी कला को समझा गया और उन्हें मुंबई बुलाया गया। पति प्रकाश रंजन जो रेलवे में बड़े अधिकारी हैं उनका पूरा सहयोग मिला। छोटी-छोटी फिल्मों में काम करने के बाद आज वह भोजपूरी फिल्मों में लीड रोल कर रही है। उनका मानना है कि अगर यहां फिल्म इंडस्ट्रीज खोला जाए तो मेरे तरह दर्जनों कलाकार सरकार को मदद करने को तैयार है। फिल्म निर्माता व दरभंगा के लक्ष्मीसागर मोहल्ला निवासी रंजनजी ने भी कहा कि बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं। बिहार में भोजपुरी और मैथली के साथ-साथ अन्य भाषाओं में फिल्म बनाया जा सकता है। कहा कि भोजपुरी फिल्म का बहुत डिमांड है। लेकिन, इसमें ज्यादा लोगों का रुझान मैथली भाषा पर है।