बिना अनुबंध के चल रहा था जांच सेंटर, 60 लाख भुगतान पर रोक
सदर अस्पताल में चल रहे पैथोलॉजी रेडियोलॉजी सेंटर की जांच को पटना से आई टीम। पैथोलॉजी सेंटर निबंधन काउंटर पर टीम ने की जांच। सदर अस्पताल व जिला समिति की वित्तीय फाइल का मिलान।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सदर अस्पताल परिसर में संचालित एक निजी पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी सेंटर के भुगतान पर रोक लगा दी गई है। निजी एजेंसी की ओर से करीब 60 लाख की राशि का दावा किया गया है। निजी एजेंसी की ओर संचालित पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी सेंटर की जांच को आई टीम उस समय भौचक रह गई जब छानबीन में जिला स्वास्थ्य समिति व सदर अस्पताल प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि निजी एजेंसी संचालन के लिए कोई विधिवत अनुबंध नहीं है। जांच टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि संस्थान ने अगस्त 2017 से मार्च 2019 तक करीब 60 लाख की राशि भुगतान का दावा किया है।
जांच टीम में यह रहे शामिल
क्षेत्रीय अपर निदेशक डा. एके सिंह की देखरेख में पटना से आए अपर निदेशक डा. किरण कुमार लाल, सहायक निदेशक मदन लाल गुप्ता, उमेशचन्द्रा व विकास रोशन के साथ जांच में मुख्य रूप से सदर अस्पताल अधीक्षक वरीय चिकित्सक डा. मेंहदी हसन, जिला लेखा प्रबंधक डा. अफरोज हैदर, जिला डाटा प्रबंधक जयशंकर प्रसाद, सदर अस्पताल के लेखा प्रबंधक विपिन पाठक, सदर अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार, सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी मेडीसीन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार ने सहयोग किया।
जांच में यह मिली खामियां
- मरीज निबंधन काउंटर पर अधिकांश पर्ची में नहीं डाला जा रहा था मोबाइल नंबर, सुधार की हिदायत
- मरीज के पैथोलॉजी जांच पर्ची पर यह नहीं अंकित हो रहा कि कौन जांच निजी एजेंसी करेगी कौन जांच सरकारी पैथोलॉजी सेंटर पर, चल रहा घालमेल
- निजी पैथोलॉजी जांच सेंटर पर वैसी जांच हो रही थी जो जांच की सुविधा सरकारी पैथोलॉजी सेंटर पर है
- निजी सेंटर पर जांच के लिए नहीं मिला लैब, केवल नमूना संग्रह तथा बाहर से जांच कराने की बात पर टीम नाराज, टीम ने दी हिदायत परिसर में रहनी चाहिए लैब ताकि यहीं हो जांच
- निजी एक्स रे पर कम संंख्या में जांच पर टीम नाराज, कर्मियों को हिदायत जांच की संख्या बढ़ाएं
- सदर अस्पताल में एक्स रे व अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा के बाद बाहर यानी निजी एजेंसी से जांच कराने का आया मामला, तत्काल लगी रोक
तिरहुत प्रमंडल क्षेत्रीय अपर निदेशक डा. एके सिंह ने कहा कि बिना अनुबंध के निजी एजेंसी की ओर से पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी सेंटर चलाया जा रहा है। उनकी ओर से करीब 60 लाख रुपये भुगतान का दावा किया गया है। तत्काल भुगतान पर रोक लगाते हुए राज्य मुख्यालय की टीम जांच कर रही है। जांच के बाद जो भी गड़बड़ी सामने आएगी उससे मुख्यालय को अवगत कराया जायेगा। अस्पताल के एक चिकित्सक संचालन कर रहे हैं। उनसे भी पूछताछ होगी।