एक माह से जलजमाव की पीड़ा झेल रही दस हजार की आबादी
नगर निगम एवं रेलवे की उदासीनता से दस हजार की आबादी पिछले एक माह से जलजमाव की पीड़ा झेल रही है।
मुजफ्फरपुर : नगर निगम एवं रेलवे की उदासीनता से दस हजार की आबादी पिछले एक माह से जलजमाव की पीड़ा झेल रही है। वार्ड आठ एवं नौ के आधा दर्जन मुहल्लों के लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क एवं खाली जमीन पर जमा हो रहा है, जिससे लोगों को नारकीय हालात का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से लोगों में भारी आक्रोश है और वे सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
पहले वार्ड आठ एवं नौ के आधा दर्जन मुहल्लों का गंदा पानी रेलवे की खाली जमीन में जमा होता था, लेकिन रेल लाइन विस्तार के क्रम में खाली जमीन को मिट्टी से भर दिया गया है। इसके कारण दोनों वार्ड से गंदे पानी की निकासी पूरी तरह से अवरुद्ध हो चुकी है। सारा पानी मुहल्ले में जमा हो रहा है। इससे निजात के लिए दोनों वार्ड के पार्षदों समेत मुहल्लावासी निगम प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। निगम अधिकारी भी मौके पर जाकर हालात से अवगत हो चुके हैं। समस्या से निजात को निगम के अधिकारी रेलवे के अधिकारियों से कई बार बात कर चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं हो पाया है। निगम प्रशासन भी जलनिकासी की वैकल्पिक व्यवस्था करने में विफल साबित हुआ है। रेलवे एवं निगम प्रशासन के बीच फंसकर दस हजार की आबादी त्राहिमाम कर रही है। जलजमाव के कारण लोगों का घर से निकलना तो मुश्किल है कि महामारी की आशंका से भी लोग भयभीत हैं। समय रहते समस्या का निदान नहीं निकला तो समस्या गंभीर रूप ले सकती है।
कोट्स-
वार्ड की जनता पीड़ा में है। जमा पानी को निगम नहीं निकाल पा रहा है। उन्हें जनता की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। समस्या का समाधान कैसे होगा इसकी चिंता न निगम को है और न ही रेलवे को।
-एनामुल हक, पार्षद, वार्ड-नौ एक माह से लगातार जनता की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। जलजमाव की समस्या गंभीर होती जा रही है। निदान के लिए निगम कार्यालय की दौड़ लगा चुके हैं, पर समस्या का समाधान नहीं निकला।
-शशि देवी, पार्षद, वार्ड -आठ रेलवे द्वारा खाली जमीन में मिट्टी भर दिए जाने के कारण जलनिकासी अवरुद्ध हो गया है। समस्या के समाधान में लिए लगातार रेलवे के अधिकारियों से बात कर रहे हैं। लोगों की परेशानी से वे वाकिफ हैं। जल्द ही इसका समाधान निकाला जाएगा।
-विवेक रंजन मैत्रेय, नगर आयुक्त
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