Year Ender 2019: भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ी अवैध आवाजाही, एक साल में दस विदेशी नागरिक हुए गिरफ्तार
दस में से आठ विदेशी नागरिक भारत में प्रवेश के दौरान और दो नेपाल में प्रवेश करते हुए है गिरफ्तार। भारत-नेपाल सीमा के खुली सीमा का लाभ उठाना चाहते है विदेशी नागरिक।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। शहर के सीमा शुल्क कार्यालय के समीप आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने नेपाल में प्रवेश के दौरान सन्यासी की वेश में एक ईरानी नागरिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वह बिहार के बोधगया में पिछले ग्यारह सालों से रह था। भारत और नेपाल के बीच चलनेवाली मैत्री बस की जांच के दौरान आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने रक्सौल में गिरफ्तार किया। जो कई तरह के सवालों को खड़ा कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियां सीमा पर तैनात है। बावजूद विदेशी नागरिक भारत के विभिन्न शहरों में प्रवेश कर रहे है।
सूचना तंत्र पर खड़ा हुआ सवाल
भारत से नेपाल जाने के क्रम में इनकी गिरफ्तार सूचना तंत्र पर सवाल खड़ा कर रहा है। वर्ष 2019 में भारत-नेपाल के सीमाई शहर रक्सौल से दस विदेशी नागरिक गिरफ्तार हो चुके है। इनमें दिसंबर माह में गिरफ्तार दो विदेशी नागरिक भारत से नेपाल जाने के क्रम में गिरफ्तार हुए है। वहीं आठ को नेपाल से भारत में प्रवेश के दौरान गिरफ्तार किया गया है। रविवार को हेमेड अकबरी को गिरफ्तार किया गया था। जो ईरान के अहमद का पुत्र है। जो ग्यारह वर्षो से बोधगया में सन्यासी के रूप में रहता था। इससे पूर्व अधिकारियों ने 19 दिसंबर को सोमालिया के नागरिक खादर हुसैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जो पश्चिमी चंपारण जिले के रास्ते भारत में प्रवेश कर गया था। जिसे पटना से लौटने के क्रम में आव्रजन के अधिकारियों ने रक्सौल में गिरफ्तार किया था। इनकी गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों ने कान खड़े किए है।
खुली सीमा का उठाना चाहते लाभ
भारत और नेपाल दोनों देशों के खुला बॉर्डर का लाभ लेकर देश विरोधी संगठन के गुर्गे भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास करते रहे है। सीमा क्षेत्र में तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने समय-समय पर विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़े कई विदेशी नागरिक है। भारतीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश के दौरान करीब बारह माह में नौ विदेशी नागरिकों को आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। जिनमें से चार के वीजा और पासपोर्ट के लिए न्यायालय तलब कर चुकी है।
सबसे अधिक नाइजीरिया के
गिरफ्तार विदेशी नागरिकों में सबसे अधिक नाइजीरिया के पांच, ईरान, बेलारूस, गिनीया बिसाउ और सोमालिया के एक-एक है। जिनके पास भारत में प्रवेश करने का वीजा या पासपोर्ट नहीं था। बीते गुरुवार को गिरफ्तार सोमालिया का नागरिक खादर हुसैन नेपाल के रास्ते पश्चिमी चंपारण के ग्रामीण रास्तों से पटना पहुंच चुका था। जहां से वह लौटकर रक्सौल के रास्ते नेपाल जा रहा था।
गिरफ्तार हो चुके विदेशी नागरिक
- वर्ष 2019 31 जनवरी को आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने नाइजीरिया के चार पुरूषों को किया था गिरफ्तार।
इनमें उदयलर सैम्यूल उंचे, ओक्के देशमंद केली, अन्यासो सैमसॉन दार्दी, इगवे मोसेेस फेवर मुंह पर काला कपड़ा बांध कर टांगा से बगैर वीजा के भारत में प्रवेश कर रहे थे। इनके पास पासपोर्ट था लेकिन वीजा नहीं था।
- 10 फरवरी को गिनीया बिसाउ के मैंडेस इमैन्युल को अधिकारियों ने बगैर वीजा के गिरफ्तार किया। जो 08 फरवरी को सोनबरसा बॉर्डर से भारतीय सीमा में प्रवेश के दौरान रोक दिया था। जिसे नेपाल के रास्ते रक्सौल बॉर्डर से भारतीय सीमा में प्रवेश के दौरान आव्रजन के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था।
- 07 जून को मो. हसन सैफी उर्फ अली अकबर को आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान उसके पास से दो पासपोर्ट मिला था। जिसमें एक पर ईरान और दूसरे पर पाकिस्तान का पत्ता अंकित था।
- अगस्त माह के 13 तारिख को रोबे योवोने नामक महिला को आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था । जिसके पास से आईवोरे कोस्ट और नाइजीरिया का पासपोर्ट मिला था। गिरफ्तार महिला को बीते दो अगस्त को अवैध रूप से वीजा प्राप्त होने के कारण दिल्ली एयरपोर्ट से लौटा दिया गया था।
- 26 अगस्त को बेलारूस निवासी बबित्सकी पिता सर्जी, माता अल्ला को गिरफ्तार किया था । जिसके पास पासपोर्ट और वीजा नहीं था।
- 19 दिसंबर को खादर हुसैन सोमालिया के बारू बक्स मोगदिश साउथ के निवासी हसन दुबत का पुत्र सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था । जो चार दिन पूर्व सीमावर्ती पश्चिम चंपारण के ग्रामीण रास्ते से पटना गया था। नेपाल लौटने के क्रम में रक्सौल में हुआ था गिरफ्तार।
- भारत के बोधगया से 29 दिसंबर को नेपाल जा रहे ईरान के हेमेड अकबरी को विदेशी नागरिक को सन्यासी के वेश में आब्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर भेज दिया है जेल।