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मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन दस हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन देने का लक्ष्य

डीएम ने निर्देश दिया कि अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। उन्होंने सभी पीडीएस दुकानदारों के साथ अनुमंडल पदाधिकारी को बैठक कर रणनीति बनाने को कहा। निजी स्कूलों के शिक्षकों के साथ जिला शिक्षा अधिकारी बैठक कर लोगों को टीका लेने के लिए जागरूक करेंगे।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 08:51 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 08:51 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन दस हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन देने का लक्ष्य
गुरुवार से शुरू हो रहे अभियान को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना से बचाव को लेकर जिले में टीकाकरण अभियान तेज किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के बाद अब शहरी भाग में भी लक्ष्य के साथ कोरोना टीकाकरण का अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक दिन दस हजार लोगों को टीका दिया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर डीएम प्रणव कुमार ने समीक्षा बैठक की। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आठ जुलाई से शहरी क्षेत्र में सघन टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। उन्होंने सभी पीडीएस दुकानदारों के साथ अनुमंडल पदाधिकारी को बैठक कर रणनीति बनाने को कहा। निजी स्कूलों के शिक्षकों के साथ जिला शिक्षा अधिकारी बैठक कर लोगों को टीका लेने के लिए जागरूक करेंगे। स्वास्थ्य विभाग अपने निर्णय से प्रशासन को अवगत कराएगा।

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अभी आधे लोगों को भी नहीं दिया गया है टीका

शहर में 18 वर्ष से अधिक उम्र के दो लाख 82 हजार 428 लक्ष्य के विरुद्ध लगभग एक लाख 40 हजार लोगों को टीका दिया जाना बाकी है। लक्ष्य पाने को लेकर आठ जुलाई से 67 एवं 10 जुलाई से 75 टीमें कार्य करेंगी। बैठक में सहायता समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एके पांडेय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल ङ्क्षसह, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डा. आनंद गौतम समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।  

तीसरी लहर को लेकर पांच अस्पताल चयनित

जासं, मुजफ्फरपुर : तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। पांच अस्पतालों का पहले चरण में चयन किया गया है। मरीजों के आने के बाद धीरे-धीरे संख्या में इजाफा किया जाएगा। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि दूसरी लहर में हुई परेशानी को लेकर अभी से ही तैयारी चल रही है। पहले चरण के चयनित किए गए पांच अस्पतालों में पांच दिन के अंदर बेड, उपकरण व दवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। इसमें ग्लोकल अस्पताल, सिकंदरपुर स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास, सदर अस्पताल में मातृ शिशु अस्पताल, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति परिसर व एसकेएमसीएच कोरोना वार्ड का चयन हुआ हैं। सीएस ने बताया कि ग्लोकल में 30, अल्पसंख्यक छात्रावास में सौ, सदर अस्पताल के एमसीएच में 50, एसकेएमसीएच में सौ और बीबी कालेजिएट परिसर में 250 बेड का अस्पताल काम करेगा। यहां गंभीर मरीजों का इलाज होगा। जरूरत पडऩे पर वहां रोस्टर बनाकर चिकित्सक व पारा मेडिकल की सेवा शुरू की जाएगी।


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