कालाजार प्रभावित गांवों का जायजा लेने पहुंची केंद्रीय टीम, छिड़काव की गुणवत्ता पर बल
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम भारत सरकार के सलाहकार डॉ. वीके रैना ने पारू प्रखंड के गांवों में कालाजार रोगियों से मिलकर इलाज व बचाव के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम रोगियों को दी जाने वाली सुविधा के संबंध में जानकारी ली।
मुजफ्फरपुर : वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम भारत सरकार के सलाहकार डॉ. वीके रैना ने पारू प्रखंड के गांवों में कालाजार रोगियों से मिलकर इलाज व बचाव के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम, रोगियों को दी जाने वाली सुविधा के संबंध में जानकारी ली। आनंदपुर खरौनी व देवरिया पश्चिमी पंचायत के बंगरा मुंजा गांव में रोगियों के साथ बैठक कर सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. रैना ने कहा कि यह जिला कालाजार मुक्त हो चुका है। 2021 को कालाजार से उन्मूलन का वर्ष रखा गया है। हम सभी को वर्तमान स्थिति को बना कर रखना होगा। मालूम हो कि जिले के सभी 16 प्रखंड के 521 कालाजार प्रभावित गांवों में 15 सितंबर से ही छिड़काव कार्य किया गया है। छिड़काव कार्य से 385564 घर तथा 1995509 लोग लाभांवित हुए। कालाजार मरीजों को राज्य सरकार की तरफ से 6600 तथा केंद्र सरकार की तरफ से 500 रुपये दिए जाते हैं। वहीं पीकेडीएल के मरीजों को 4000 रुपये दिया जा रहा है। आशा मरीज खोज कर लाती हैं जिसे प्रोत्साहन राशि मिल रही है।
जिले में कुल 169 मरीज
जिला वेक्टरजनित रोग पदाधिकारी डॉ. सतीश ने बताया कि जिले में सभी तरह के कालाजार के मरीजों को मिलाकर 169 मरीज हैं। वीएल और वीएल को इंफेक्टेड 143 तथा पीकेडीएल के 26 मरीज हैं। कालाजार के छिड़काव के आंकड़ों का संकलन कामिस सॉफ्टवेयर में होता है। मौके पर साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमेश चंद्र शर्मा, केयर डीपीओ राकेश कुमार, पुरुषोत्तम कुमार, सुधीर कुमार, संजय रंजन, अमन कुमार, अमित कुमार, मुकेश कुमार,संतोष कुमार, भवेश कुमार, संतोषी कुमारी, संजय कुमार, अशोक सोनी, जीविका के बीपीएम अनिरुद्ध सिंह आदि थे।