वोकेशनल कोर्स में नहीं चलीं ऑनलाइन कक्षाएं, विद्यार्थी बोले- फीस तो ली जा रही पूरी पर कक्षाएं अधूरी
कॉलेजों में लॉकडाउन की अवधि में सामान्य कोर्स के विद्यार्थियों के लिए चलीं ऑनलाइन कक्षाएं। वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों का सिलेबस नहीं हो सका पूरा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स की स्थिति ठीक नहीं है। लॉकडाउन की अवधि में वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन नहीं किया गया। उन्हें नोट्स भी उपलब्ध नहीं कराए गए। जबकि, इन विद्यार्थियों से प्रतिवर्ष आठ से 10 हजार रुपये फीस के रूप में वसूले जाते हैं।
कई प्रतिष्ठित कॉलेजों में संचालित बीबीए, बीसीए, बीएमसी और बीलिस कोर्स की स्थिति दयनीय हो गई है। विद्यार्थी परेशान हैं कि कोर्स की फीस तो ली जा रही है लेकिन, ठीक से कक्षाएं नहीं चल रहीं। बीसीए के छात्र राहुल ने बताया कि कॉलेज की ओर से पूरे लॉकडाउन की अवधि में एक भी ऑनलाइन कक्षा का आयोजन नहीं किया गया। न कोई नोट्स उपलब्ध कराया गया। जब कॉलेज से संपर्क किया तो हर बार जल्द कक्षा शुरू कराने की बात कही गई।
वाट्सएप ग्रुप तो बना पर इस्तेमाल नहीं
एलएस कॉलेज में संचालित बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन विभाग में भी विद्यार्थियों को ऑनलाइन स्टडी नहीं कराई गई। विद्यार्थियों ने कहा कि ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर बस एक वाट्सएप ग्रुप बना। लेकिन, उसमें कुछ भी पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई। वोकेशनल कोर्स में कक्षाओं के संबंध में एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ओपी राय ने बताया कि विद्यार्थियों की ओर से कक्षाओं का संचालन नहीं होने की सूचना दी गई है। संबंधित विभाग के समन्वयकों को आदेश दिया गया है कि छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर समस्याओं का निदान कराएं।
कई कोर्स रिसोर्स पर्सन के भरोसे
कॉलेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स रिसोर्स पर्सन के भरोसे ही संचालित होते हैं। इनमें एक या दो नियमित शिक्षक जो दूसरे किसी कोर्स में हैं उन्हें देखरेख का जिम्मा दिया गया है। लॉकडाउन में रिसोर्स पर्सन की सहायता नहीं ली गई। इस कारण ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन नहीं हो सका। विद्यार्थी चिंतित हैं कि अब परीक्षाएं होंगी और उनका सिलेबस ही पूरा नहीं हो सका।
सामान्य कोर्स के लिए चली ऑनलाइन कक्षाएं
सामान्य कोर्स में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन किया गया। उन्हें वीडियो लेक्चर, वाट््सएप पर पीडीएफ फॉर्मेट में नोट्स भी उपलब्ध कराए गए।