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इस्तेमाल तो दूर, छात्र-छात्राओं को पता भी नहीं एलएस कॉलेज में निशुल्क वाई-फाई Muzaffarpur News

कॉलेज के छह हजार छात्र-छात्राओं में महज छह करते वाई-फाई का इस्तेमाल। 10 फीसद निबंधित यूजरों की संख्या सर्विस में कई खामियां।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 01:34 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 01:34 PM (IST)
इस्तेमाल तो दूर, छात्र-छात्राओं को पता भी नहीं एलएस कॉलेज में निशुल्क वाई-फाई Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। राज्य सरकार ने उच्च शैक्षणिक संस्थानों में वाई-फाई की निशुल्क सुविधा बहाल की। ताकि, छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सके। रोजगार के अवसर तलाश सकें। अधिक से अधिक सूचनाएं हासिल कर सकें। मगर, सरकार की यह योजना दम तोड़ रही है। वह भी जिले के प्रीमियर कॉलेज लंगट सिंह महाविद्यालय में। उप मिशन निदेशक नवीन कुमार सिंह ने कॉलेज के निरीक्षण में पाया कि यहां के अधिकतर छात्र-छात्राओं को इस सुविधा की जानकारी तक नहीं है। वहीं निबंधित यूजर की संख्या भी महज 10 फीसद है। इसके अलावा भी कई खामियां पाई गईं। इसे लेकर डीडीसी ने कॉलेज के प्राचार्य से खामियां दूर करते हुए रिपोर्ट मांगी है।

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सर्वर रूम में उपस्करों का रख-रखाव भी नहीं

निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार एलएस कॉलेज में छह हजार छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। मगर, इनमें से 672 ही वाई-फाई के लिए निबंधित हैं। महत्वपूर्ण यह कि इसमें से मात्र छह ही वाई-फाई यूजर हैं। इतना ही नहीं निरीक्षण के समय यहां लगाए गए 27 हॉट स्पॉट में मात्र 16 ही कार्य कर रहे थे। प्राचार्य कक्ष में बने सर्वर रूम में उपस्करों का रख-रखाव भी सही नहीं पाया गया।

छात्र-छात्राओं की कम उपस्थिति

उप मिशन निदेशक का निरीक्षण भले ही वाई-फाई इस्तेमाल करने वाले छात्रों को लेकर किया गया हो। मगर, इस निरीक्षण में यह बात भी सामने आई कि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम रहती है। नोडल पदाधिकारी ने जानकारी दी कि व्यावसायिक पाठ्यक्रम को छोड़कर अन्य पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम रहती है। इस कारण भी यूजर की संख्या नहीं बढ़ पा रही। निरीक्षण के दिन एक भी निबंधित यूजर कॉलेज में नहीं मिला।

स्पीड भी भगवान भरोसे

कॉलेज में जो इंटरनेट सेवा दी गई है उसकी स्थिति भी खराब है। यहां इसकी स्पीड न्यूनतम से भी कम है। नोडल पदाधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि यहां जिस अभियंता की प्रतिनियुक्ति की गई है वे कभी-कभार ही आते हैं। इस बारे में एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओपी राय ने कहा कि जिन तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, वह सालभर पहले के आधार पर है। उस महीने गर्मी की छुट्टी भी थी। अब रिपोर्ट जून में आई। हमारे कॉलेज में नेट की स्पीड अच्छी नहीं है। हमने वाई-फाई इंजीनियर से बात की। उन्होंने कहा कि अब जियो का जमाना है। छात्र उसका नेट यूज करते हैं। यहां की स्पीड 10 एमबीपीएस ही है।  


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