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सीतामढ़ी में राधाकृष्ण मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियां चोरी, ऐसे दिया घटना को अंजाम Sitamarhi News

मुख्य द्वार का ताला तोड़ चोरों ने दिया घटना को अंजाम। राधा-कृष्ण के साथ भगवान राम और हनुमान की मूर्ति भी उठा ले गए चोर। तकरीबन 30 किलो के अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 11:22 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 11:22 AM (IST)
सीतामढ़ी में राधाकृष्ण मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियां चोरी, ऐसे दिया घटना को अंजाम Sitamarhi News

सीतामढ़ी, जेएनएन। चोरों ने एकबार फिर भगवान को निशाना बनाया है। रीगा थाना के पिपरा गांव स्थित राधाकृष्ण मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर लीं। इन मूर्तियाें का अनुमानित वजन 30 किलो बताया जा रहा है। यह मंदिर 150 वर्ष पुराना बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। 

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बताया गया कि प्रखंड क्षेत्र के रीगा द्वितीय पंचायत अंतर्गत पिपरा गांव से राधे कृष्ण मंदिर में मंगलवार की देर रात बेशकीमती अष्टधातु की सात मूर्तियों पर चोरों ने हाथ साफ कर लिया। इन मूर्तियों का अनुमानित वजन लगभग 30 किलोग्राम है। राधा-कृष्ण के साथ भगवान राम और हनुमान की मूर्ति भी चोर ले गए। यह मंदिर 150 वर्ष पुराना है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन तेजी से चल रही है। मगर कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। मंदिर से मूर्ति चोरी की इस साल की यह पहली घटना है। 

मंदिर में रखा बक्सा भी उठा ले गए

जानकारी के अनुसार, पिपरा गांव स्थित वार्ड नंबर 4 व 5 के समीप तकरीबन डेढ़ सौ वर्ष पूर्व बने राधा-कृष्ण मंदिर में अष्टधातु की कुल 7 मूर्तियां स्थापित थीं। स्थापना काल से ही रोजाना मंदिर में पुजारी पूजा करते थे। मंगलवार की देर रात्रि चोर मंदिर के मुख्य द्वार का ताला तोड़ मंदिर के अंदर प्रवेश कर गए। ङ्क्षसहासन से राधा-कृष्ण की बेशकीमति मूर्ति तकरीबन 30 किलो की एवं दो छोटी मूर्ति राधे-कृष्ण की,  भगवान राम, हनुमान समेत कुल 7 मूर्तियां चोरी गई हैं। मंदिर में रखा बक्सा भी उठा ले गए।

  बक्से में दान में मिला सोना एवं चांदी के आभूषण समेत नकदी भी था। चोरों ने  मंदिर से तकरीबन 500 मीटर दूरी पूरब मंदिर का बक्सा तोड़ कर फेंक दिया था।  उसमें रखे कपड़े एवं अन्य सामान को फेंका हुआ था। बक्से से आभूषण एवं नगद गायब थे। सुबह मंदिर के दरवाजे का ताला टूटा देख लोगों की भीड़ जुट गई। रीगा थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया सूचना पाकर पहुंच गए। बताते चलें रीगा गांव निवासी आनंद किशोर ङ्क्षसह मनजीत ङ्क्षसह शांति देवी रामनरेश सिंह एवं अन्य के पूर्वजों द्वारा तकरीबन डेढ़ सौ पूर्व वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया गया था। मंदिर की पुजारी गीता देवी इस घटना के बाद स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि आस्था पर प्रहार से आम जनता आहत है। 

 थानाध्यक्ष ने मेजरगंज एसएसबी कैंप से श्वान दस्ता मंगलवाया। घटनास्थल के आसपास तकरीबन 3 किलोमीटर तक खोजबीन की गई। इस दौरान मंदिर से 500 मीटर की दूरी पर मंदिर से तोड़े गए ताले वगैरह बरामद हुए। एसएसबी के कान्स्टेबल संदीप थोबे ने बताया कि डॉग स्क्वॉयड से सर्च कराने से पता चलता है कि यहां से 500 मीटर की दूरी तक का सुराग तो मिलता है लेकिन, उसके बाद कुछपता नहीं चल पा रहा। लगता है कि आगे बाइक व चार पहिया वाहन से चोर भाग गए होंगे। 


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