मधुबनी के लक्ष्मी नारायण मंदिर से भगवान गणेश की मूर्ति चोरी, नौवीं से दसवीं सदी की है प्रतिमा Madhubani News
मधुबनी के बाबूबरही में स्थित है लक्ष्मी नारायण मंदिर। प्रतिमा की कीमत लाखों रुपये होने का अनुमान। इसी मंदिर में रखी भगवान सूर्य की प्रतिमा चोरों की नजर से बची।
मधुबनी, जेएनएन। बाबूबरही प्रखंड के बरूआर गांव अवस्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर (Laxmi Narayan temple) से भगवान गणेश की पौराणिक प्रतिमा (Mythological statue) चोरी (Theft) हो गई है। गुरुवार सुबह जब लोगों को इसकी सूचना मिली तो भारी भीड़ जमा हो गई। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने मामले की जांच की।
बताया जाता है कि मंदिर के पुजारी गोपीकांत मिश्र बुधवार संध्या साढ़े छह बजे मंदिर द्वार व मुख्य द्वार में ताला लगाकर घर चले गए। गुरुवार सुबह चार बजे जब ये मुख्य द्वार का ताला खोल अंदर प्रवेश किए तो मंदिर के गेट का ताला कटा व ग्रील खुला पाया। बहुमूल्य प्राचीन (Precious ancient) गणेश की प्रतिमा गायब थी। जबकि सूर्य की विशाल प्रतिमा अपनी जगह रखी थी। लोगों का मानना है कि चोर मुख्य गेट की जगह दक्षिण की चाहरदीवारी (Boundary wall) को फांद कैंपस में प्रवेश किया होगा। इसके बाद इसी रास्ते मूर्ति ले निकला।
ग्रेनाइट की एक फीट आठ इंच प्रतिमा
ग्रेनाइट से बनी गणेश की प्रतिमा (Ganesh idol made of granite) एक फीट आठ इंच लंबा व एक फीट चौड़ा है। नृत्य मुद्रा की इस प्रतिमा को पुरातत्ववेत्ता नौवीं-दसवीं सदी का बता रहे हैं। इसकी कीमत लाखों में है। यह स्थल दशकों से आस्था का केंद्र रहा है। यहां प्रत्येक वर्ष चैत माह की नवमी तिथि को प्रदेश समेत नेपाल के हजारों श्रद्वालु आते हैं।