काम पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर के रीडर का, शराब धंधेबाजों से इनका था नजदीकी रिश्ता, अब गिरी गाज
रीडर को लाइन हाजिर कर दिया गया, यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के कांटी इंस्पेक्टर के रीडर का है, एसएसपी को की गई थी इसकी शिकायत।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। इनका काम पुलिस विभाग के इंस्पेक्टर के रीडर का था लेकिन शराब धंधेबाजों से काफी नजदीकी रिश्ता था जो अब महंगा पड़ गया। इसी नजदीकी के कारण रीडर को लाइन हाजिर कर दिया गया। यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के कांटी इंस्पेक्टर के रीडर का है। नजदीकी रिश्ता रखने का आरोपित रीडर पवन कुमार है। इस बात की शिकायत एसएसपी मनोज कुमार को की गई जहां कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने आरोपित रीडर पवन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है।
एसएसपी के इस कार्रवाई के बाद शराब धंधेबाजों के साथ नजदीकी रिश्ता रखने वाले पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप व्याप्त है। बता दें कि कांटी इंस्पेक्टर के रीडर पर आरोप लगा था कि वह शराब धंधेबाजों के साथ उठता-बैठता है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने यह कार्रवाई की।
दूसरी ओर मोतीपुर थाने में जब्त शराब का खेल उजागर होने के बाद एसएसपी ने थाने में तैनात पुलिसकर्मियों का भी तबादला का आदेश दिया है। इसके लिए मेजर को कहा गया है कि थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को एक जगह से दूसरे जगह स्थानांतरित करते हुए सूची बनाएं। एसएसपी के आदेश पर मेजर ने यह कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई के बाद सभी थाने में पूरी तरह से नए पुलिसकर्मी तैनात हो जाएंगे।
मुखिया जगरनाथ राय के चहेते पुलिस रडार पर
मोतीपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष कुमार अमिताभ के साथ मिलकर शराब का धंधा चलाने वाले मुखिया जगरनाथ राय के चहेते विशेष पुलिस टीम की रडार पर हैं। इन चहेतों में प्रखंड के कई मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हैं। इनका मुखिया के कार्यालय पर अक्सर आना-जाना लगा रहता था।
ऐसे लोगों के मोबाइल को पुलिस ने सर्विलांस पर रखा गया है। उनके मोबाइल का कॉल डिटेल को भी खंगाला जा रहा है। मद्य निषेध विभाग की कार्रवाई के बाद कई मुखिया की बैचेनी बढ़ गई है।
गिरफ्तारी की भय से मुखिया हो गया भूमिगत
गिरफ्तारी के भय से मुखिया जगरनाथ राय भूमिगत है। उसका मोबाईल का स्वीच ऑफ है। दूसरी ओर पुलिस टीम आरोपित थानाध्यक्ष और एएसआइ की गिरफ्तारी को लेकर पटना व गया सहित अन्य जिलों मे छापेमारी कर रही है।
शराब माफिया मुखिया के खिलाफ वारंट जारी
मोतीपुर के साढ़ा डंबर गांव के शराब माफिया के रूप में पुलिस की ओर से चिह्नित मुखिया जगरनाथ राय के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी हुआ है। यह वारंट कांड के आइओ मोतीपुर थानाध्यक्ष अनिल कुमार की अर्जी पर एसडीजेएम (पश्चिमी )सबा आलम के कोर्ट ने मंगलवार को जारी किया है।
13 जनवरी को राज्य मुख्यालय से आई मद्य निषेध की टीम की कार्रवाई के दौरान मोतीपुर के पुरानी बाजार स्थित मुखिया जगरनाथ राय के कार्यालनुमा घर से बरामद 35 पासबुक, पांच मोबाइल फोन मिलने के मामले में उसे नामजद आरोपित बनाया गया है। छापेमारी में शामिल कांटी थानाध्यक्ष सोना प्रसाद सिंह ने मोतीपुर थाना में 14 जनवरी को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। छापेमारी के बाद से ही मुखिया फरार है।
छापेमारी में गहरे संबंधों का खुला था राज
13 जनवरी की रात मोतीपुर थाने पर थानाध्यक्ष के खिलाफ छापेमारी के दौरान जगरनाथ राय व तत्कालीन थानाध्यक्ष कुमार अमिताभ के गहरे संबंधों का राज खुला था। इसके बाद पुलिस की संयुक्त टीम ने पुरानी बाजार स्थित मुखिया के आवासनुमा कार्यालय में छापेमारी की थी। छापेमारी में इटली मेड पिस्टल, शराब की बोतलें और 35 पासबुक बरामद हुआ था।