बेला औद्योगिक क्षेत्र में आधा दर्जन फैक्ट्रियां रहीं बंद
बेला औद्योगिक क्षेत्र में व्याप्त अराजकता के माहौल से उद्यमियों में आक्रोश है। मंगलवार को सुरक्षा बल की पिटाई के बाद छह कारखाने में डर की वजह से बुधवार को कर्मी नहीं आए।
मुजफ्फरपुर। बेला औद्योगिक क्षेत्र में व्याप्त अराजकता के माहौल से उद्यमियों में आक्रोश है। मंगलवार को सुरक्षा बल की पिटाई के बाद छह कारखाने में डर की वजह से बुधवार को कर्मी नहीं आए। लिहाजा कामकाज ठप रहा। तोड़फोड़ से इन कारखानों में लाखों रुपये के सामान नष्ट हुए हैं। इन फैक्ट्रियों के संचालकों का कहना है कि हमारी क्षति की भरपाई कौन करेगा। इस बीच लघु उद्योग भारती और उत्तर बिहार उद्यमी संघ के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने कार्यपालक निदेशक बियाडा सौम्य वर्मा व जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक परिमल कुमार से मुलाकात की। आगाह किया कि 15 दिसंबर तक औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े प्रबंध नहीं हुए तो 17 दिसंबर से कामकाज ठप कर देंगे। प्रतिनिधिमंडल में नितिन बंसल, शिवनाथ गुप्ता, नरेंद्र कुमार चौधरी, चित्तरंजन प्रसाद, शशांक कुमार सुरेश कुमार, रवि यादव प्रकाश कुमार आदि थे।
ये हुई घटना : दोनों संगठनों ने पदाधिकारियों से कहा कि मंगलवार को एमआइटी छात्रों से क्षेत्रीय लोगों से मारपीट की घटना हुई। इसके बाद सुरक्षा बलों ने महिला पॉलीटेक्निक से सटे आधा दर्जन फैक्ट्रियों भारत फाउंडरी, अम्बा मेटल्स, खाद फैक्ट्री, फिनाइल फैक्ट्री आदि में घुसकर कर्मियों से दुर्व्यवहार किया। कई से मारपीट भी की। अंदर रखे फर्नीचर व कंप्यूटर में तोड़फोड़ की।
यह भी आरोप : यह भी कहा कि बेला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने को गए लेकिन, उन्होंने यह कहकर प्राथमिकी दर्ज नहीं किया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई।
सुरक्षा पर सवाल : बेला औद्योगिक क्षेत्र में अराजकता का माहौल है। वहां किसी गेट पर कोई सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। कोई भी कभी भी फैक्ट्रियों में घुस सकता है। सुरक्षा गार्ड कहीं दिखाई नहीं देते हैं।
ये बनाई गई रणनीति :मुजफ्फरपुर प्रभारी व उद्योग मंत्री को ज्ञापन भेजेंगे। प्रशासन के आला अफसरों से कार्रवाई व घटना की न्यायिक जांच की मांग करेंगे। इसके साथ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया जाएगा। अगर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 17 से सभी 200 बेला के कारखाने बंद हो जाएंगे।