मुजफ्फरपुर में साइबर फ्रॉड गिरोह के छह बदमाश गिरफ्तार, 33.56 लाख रुपये बरामद
नकदी की सुरक्षा के लिए जुटाए गए एक कारबाइन सहित आठ हथियार मिले। साइबर फ्रॉड के विरुद्ध सिटी एसपी के नेतृत्व में 48 घंटे का चला विशेष ऑपरेशन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पुलिस ने साइबर फ्रॉड के एक बड़े व सक्रिय गिरोह का उद्भेदन किया है। सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह के नेतृत्व में 48 घंटे तक चले ऑपरेशन में गिरोह के सरगना मीनापुर थाना के मधुबन कांटी निवासी पप्पू सहनी सहित छह को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अन्य आरोपितों में कांटी मधुकर छपरा गांव के इंद्रजीत ओझा, मीनापुर थाना विशुनपुर पांडेय व वर्तमान में सदर थाना के अलकापुरी निवासी ब्रजेश कुमार, औराई थाना के भरथुआ गांव के राकेश कुमार व बसुआ के आदित्य कुमार उर्फ गोलू शामिल है। यह जानकारी गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी जयंतकांत ने दी।
यह हुई बरामदगी
एक कारबाइन, एक नाइन एमएम का पिस्टल, दो 7.62 एमएम का पिस्टल, एक 315 बोर का देशी पिस्तौल, एक 12 बोर की बंदूक, 13 कारतूस, दो बाइक, एटीएम कार्ड, मोबाइल, एक एटीएम कार्ड क्लोनिंग मशीन, एक लैपटॉप, नकदी 33 लाख 56 हजार 200 रुपये, डेढ़ किलो चरस व सोने की चेन व अंगूठी शामिल है।
एक सीरीज के मिले नोट : एसएसपी ने बताया कि पप्पू सहनी व अन्य से बरामद अधिकांश नोट एक ही सीरीज के हैं। पप्पू ने बताया कि एक साल के अंदर उसने सौ से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया।
गिरोह के पास कई अत्याधुनिक हथियार
पप्पू व अन्य से पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि गिरोह के पास कारबाइन से भी उपर के अत्याधुनिक हथियार हैं। पुलिस इन हथियारों को बरामद करने में जुटी है। एटीएम से बड़ी मात्रा में रुपये की निकासी व जमा कर रखने में सुरक्षा का भी गिरोह ने बंदोबस्त कर रखा था। एटीएम से फर्जी निकासी के दौरान गिरोह के सदस्य पिस्टल जैसे हथियार ले जाते थे। लोगों से घिरने पर दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करने से नहीं चूकते। ब्रह्मपुरा व अन्य क्षेत्रों में इस तरह की फायरिंग की घटना सामने आ चुकी है। रुपये के रखने के ठिकाने की सुरक्षा का गिरोह की ओर से कड़ा बंदोबस्त किया गया था। लुटेरा गिरोह से सुरक्षा के लिए बैंक की तरह यहां कारबाइन, अन्य अत्याधुनिक हथियारों व रायफल बंदूक से लैस गिरोह के सदस्य नियमित पहरा देते थे।
नोएडा व बालूघाट में खरीदी कीमती जमीन, आर्थिक अपराध इकाई करेगी जांच
पप्पू सहनी ने नोएडा व मुजफ्फरपुर के बालूघाट में कीमती जमीन खरीद रखी है। गांव मेें भी उसके करोड़ों का मकान व चारपहिया गाड़ी है। भोपाल में उसके रुपये ट्रांसफर कराए जाने की बात सामने आई है। पुलिस के अनुसार यह संपत्ति उसने साइबर फ्रॉड से अर्जित की है। उसकी संपत्ति की जांच आर्थिक अपराध इकाई को सौंपी जाएगी।
नशीले पदार्थ के धंधे से जुड़ा था गिरोह
साइबर फ्रॉड के साथ गिरोह चरस व अन्य नशीले पदार्थ के भी धंधा से जुड़ा था। पुलिस को आरोपितों के पास से डेढ़ किलो चरस भी बरामद हुआ है। यह ऑपरेशन गुप्त रखा गया था कि किसी को कुछ भी बताने की मनाही थी।