जम्मू-कश्मीर में बर्फीले तूफान में सीतामढ़ी का जवान शहीद, जानें कैसे हुआ हादसा
परिहार प्रखंड अंतर्गत सुतिहारा वार्ड नंबर-12 के श्रीराम ठाकुर के ज्येष्ठ पुत्र थे शहीद पुरुषोत्तम। शहीद का पार्थिव शरीर विमान से पहुंचाया जाएगा गया।
सीतामढ़ी,जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फीले तूफान की चपेट में आकर शहीद हुए जवानों में एक नायक पुरुषोत्तम कुमार उर्फ पिंटू ठाकुर सीतामढ़ी के परिहार प्रखंड अंतर्गत सुतिहारा वार्ड नंबर-12 के श्रीराम ठाकुर के ज्येष्ठ पुत्र थे। शहीद के भाई एनएसजी कमांडो मिंटू ठाकुर ने दूरभाष पर बताया कि उनके भाई 13 जनवरी, 2003 को सेवा में गए।
हिमस्खलन में दब गए
13 जनवरी को ही हिमस्खलन में दब गए। तब वे पेट्रोङ्क्षलग ड्यूटी में थे। अपनी कंपनी के पेट्रोलिंग कमांडर थे। उनके साथ पेट्रोलिंग में गए 11 साथी तूफान में घिरकर दब गए। जिनमें से सात को उन्होंने सुरक्षित बचा लिया। अन्य चार को बचाने की जद्दोजहद में वे खुद घिर गए। उनको एक पुत्र व दो पुत्रियां हैं। बच्चों के नाम क्रमश: अनामिका उर्फ लक्की कुमारी (11), पुष्कर कुमार (9) लाधिमा उर्फ लाखी (6) हैं। उनके पिता गया में ङ्क्षप्रङ्क्षटग प्रेस में कार्यरत थे। अब सेवानिवृत्त होकर सपरिवार वहीं रहते हैं।
गांव में सब लोग शोकाकुल
मां पूनम देवी का देहांत हो चुका है। पत्नी अर्चना कुमारी गृहिणी हैं और वहीं रहती हैं। शहीद का पार्थिव शरीर भी विमान से वहीं ले जाया जाएगा। इस बीच उनकी शहादत की खबर से गांव में सब लोग शोकाकुल हैं। सुतिहारा गांव के शिक्षक व समाजसेवी सुशील शर्मा ने बताया कि शहीद जवान के परिवार के सदस्य होली-त्योहार व शादी समारोहों के दौरान ही परिवार के साथ सीतामढ़ी अपने गांव सुतिहारा आते थे। वे तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। दूसरे सबसे छोटे भाई विवेक ठाकुर पेशे से इंजीनियर हैं।
बर्फबारी में हो रही परेशानी
मंगलवार को एलओसी के पास कुपवाड़ा के मच्छल सेक्टर में आए बर्फीले तूफान में जवान के शहीद होने की बात कही जा रही है। जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में अभी भी बर्फबारी होने के चलते जवान का पार्थिव शरीर लाने में परेशानी हो रही है। सेना इस दिशा में लगातार कोशिश हो रही है।