कांटी के कुरियर कंपनी से 26 लाख लूट में एसआइटी ने चार को उठाया, हो रही पूछताछ Muzaffarpur News
02 कर्मी भी संदेह के घेरे में ठोस साक्ष्य नहीं होने के कारण किसी की गिरफ्तारी नही। लूट की घटना के बाद सदातपुर स्थित डीटीडीसी कुरियर कंपनी का दफ्तर रहा बंद।
मुजफ्फरपुर,जेएनएन। कांटी के सदातपुर में डीटीडीसी कुरियर कंपनी के दफ्तर से 26 लाख लूट की गुत्थी सुलझाने के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। टीम में सिटी एसपी के नेतृत्व में पश्चिमी डीएसपी व अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। टीम ने शनिवार की देर शाम तक कई जगहों पर छापेमारी कर चार संदिग्धों को उठाया। पुलिस सभी से पूछताछ कर सत्यापन की कार्रवाई कर रही। प्रारंभिक जांच में स्थानीय गिरोह के बदमाशों के भी हाथ होने की बात सामने आ रही। इसके अलावा मोतिहारी और वैशाली के भी चार अपराधियों के शामिल होने की बात कही जा रही। इसमें दो कर्मी भी संदेह के घेरे में हैं। हालांकि, ठोस साक्ष्य सामने नहीं आने के कारण किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
इधर, घटना के दूसरे दिन कार्यालय बंद रहा। बताया जा रहा कि जांच के लिए पुलिस के निर्देश पर दफ्तर को बंद किया गया है। दफ्तर से डीबी बॉक्स उखाड़कर लिए जाने के बाद कंपनी के सर्वर रूम से संपर्क किया गया है, ताकि वीडियो फुटेज मिल सके। मामले की जांच के लिए एफएसएल की टीम भी पहुंची। टीम ने कई नमूने भी एकत्र किए।
मैनेजर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज
लूट मामले में मैनेजर राहुल बगोरिया के बयान पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की गुत्थी सुलझाने को लेकर दफ्तर में काम करनेवाले सभी कर्मियों को थाने पर रोक कर पूछताछ की जा रही। इसमें कई तरह की बातें सामने आ रहीं।
अपराधियों से मिलीभगत तो नहीं
कर्मियों के पुराने रिकॉर्ड क्या हैं, कहीं किसी अपराधी से संपर्क तो नहीं, पूर्व में ये लोग क्या करते थे, इन सभी बिंदुओं पर भी पुलिस की जांच चल रही। सभी के मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही।
सुनसान जगह देख उठाए सवाल
मुख्यालय और पटना से पहुंचे कुरियर कंपनी के अधिकारियों ने कई तरह के सवाल खड़़े किए। अधिकारियों ने कहा कि सुनसान जगह में दफ्तर कैसे खुला। इसका जवाब मैनेजर के पास नहीं था। दफ्तर में न बोर्ड लगा था और न सुरक्षा गार्ड रखा गया था। इस पर भी कंपनी के अधिकारियों ने मैनेजर को कटघरे में डाला।
पड़ोस में लगे सीसीटीवी का भी काट दिया था तार
मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस जब पड़ोस के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो वहां भी कोई फुटेज नहीं मिला। जांच में पता चला कि साक्ष्य छिपाने के लिए अपराधियों ने पहले ही आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों के तार को काट दिया था। उसके बाद दफ्तर में जब वारदात को अंजाम देने पहुंचे तो वहां भी पहले डीबी बॉक्स को ही उखाड़ दिया था।
मामले के संबंध में एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि एसआइटी का गठन किया गया है। सभी बिंदुओं पर जांच के साथ लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई चल रही। शीघ्र ही परिणाम सामने आएंगे
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप