JantaCurfewMarch22: जनता कर्फ्यू के एक दिन पूर्व ही विश्वविद्यालय में पसरा सन्नाटा Muzaffarpur News
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अन्य दिनों लगी रहती थी विद्यार्थियों की भीड़ पसरा रहा सन्नाटा। विवि को 31 तक बंद रखने का आदेश मिलते ही धड़ाधड़ बंद हो गए विभाग।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर विद्यार्थियों के लिए विवि को पहले ही 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया जा चुका है। वहीं शनिवार को विवि को 31 मार्च तक शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए जैसे ही विवि को बंद करने की घोषणा हुई कि विवि के मुख्य भवन में संचालित कार्यालय और सभी पीजी विभागों के कार्यालय धड़ाधड़ बंद हो गए।
हालांकि, अन्य दिनों की अपेक्षा विद्यार्थियों की भी संख्या कम देखी गई। विवि के बंद होने के बाद भी विद्यार्थी मोतिहारी, बेतिया, बगहा, सीतामढ़ी और अन्य जिलों से विभिन्न कार्यों को लेकर पहुंचते थे। खासकर परीक्षा विभाग में विद्यार्थियों की भीड़ रहती थी। इससे संक्रमण के खतरे से इन्कार नहीं किया जा सकता। विवि के बंद होने की सूचना के बाद दोपहर एक बजे ही पूरा विवि परिसर खाली हो गया।
31 मार्च तक विवि और कॉलेजों में छुट्टी
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध सभी कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। वहीं शिक्षक व कर्मियों को कार्यालय नहीं आने की छूट दी गई है, लेकिन उन्हें मुख्यालय में ही रहने का आदेश दिया गया है। वहीं विद्यार्थियों के लिए एक सप्ताह पहले ही कॉलेज व विवि के सभी विभागों में कक्षाओं को बंद कर दिया गया था।
कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय के आदेश पर कुलसचिव डॉ. मनोज कुमार ने विवि को 31 तक बंद करने का आदेश दे दिया गया है। कहा गया है कि विवि व कॉलेज कर्मचारियों को घर से ही आवश्यक कार्य करना है। जरूरत पडऩे पर उन्हें बुलाया जा सकता है। किसी शिक्षक व कर्मचारी को मुख्यालय छोडऩा होगा तो उन्हें संबंधित अधिकारियों से इजाजत लेनी होगी। बता दें कि एक दिन पहले शिक्षक संघ व कर्मचारी संघ ने राज्यपाल व कुलपति को पत्र लिखकर कार्यालय से छुट्टी देने की मांग की थी।