शिवहर में ब्लड बैंक की स्थापना की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू
नवाब हाईस्कूल के सेवा निवृत शिक्षक नागेंद्र साह के हस्ताक्षर से अभियान की शुरूआत। जिले में नही है ब्लड बैंक खून के अभाव में मरते रहे हैं लोग। साल दर साल खून के अभाव में हो रही मौत के बावजूद सिस्टम जाग नही रहा है।
शिवहर, जासं। बिहार के सबसे छोटे और पिछड़े जिले शिवहर में ब्लड बैंक का अभाव है। हालत यह हैं कि आपातकालीन स्थिति में खून के अभाव में मरीज की मौत होती रही है। साल दर साल खून के अभाव में हो रही मौत के बावजूद सिस्टम जाग नही रहा है। शासन- प्रशासन और निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की गणेश परिक्रमा के बावजूद कोई पहल नही हुई। लिहाजा अब इलाके के युवाओं ने चरणबद्ध आंदोलन का एलान किया है। इसके तहत शिवहर में हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की गई है। एक लाख लोगों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को सौंपने का संकल्प लिया गया है। बावजूद इसके कोई पहल नहीं हुई तो सामाजिक कार्यकर्ता सामूहिक रूप से आमरण अनशन करेंगे।
संघर्षशील युवा अधिकार मंच की ओर से सीएम और स्वास्थ्य मंत्री के नाम ब्लड बैंक की स्थापना के लिए आवेदन लिखा गया है। इस आवेदन पर एक लाख लोगों से हस्ताक्षर कराया जाएगा। साथ ही आवेदन को सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को भेजा जाएगा। नवाब हाई स्कूल परिसर में हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया। सेवानिवृत्त शिक्षक नागेंद्र साह के हस्ताक्षर से अभियान की शुरूआत हुई। पहले दिन अजब लाल चौधरी, रानी गुप्ता, अभय कुमार सिंह, मुकुंद प्रकाश मिश्र, आदित्य कुमार, अरविंद कुमार, प्रिंस कुमार, संजय कुमार व शंकर सिंह आदि 267 लोगों ने हस्ताक्षर किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिले में ब्लड बैंक का अभाव है। इसके चलते जरूरत पड़ने पर लोगों को खून नहीं मिल पाता है। खून के अभाव में हर माह किसी न किसी की मौत होती है।
वहीं लोग चाहकर भी रक्तदान नहीं कर पाते है। हालांकि, समय-समय पर शिवहर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है और संग्रहण के लिए रक्त को सीतामढ़ी भेज दिया जाता है। लेकिन, इससे शिवहर की जनता को कोई लाभ नहीं मिल पाता है। वक्ताओं ने कहा कि शिवहर में खून के अभाव में किसी की मौत नहीं हो, इसके लिए ब्लड बैंक की स्थापना जरूरी है। यहीं वजह हैं कि जनहित से जुड़े इस अति महत्वपूर्ण मामले को लेकर हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की गई है। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि एक लाख लोगों का हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य रखा गया है। एक लाख लोगों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा जाएगा। इसके लिए गांव-गांव तक अभियान चलाया जाएगा। डीएम और सिविल सर्जन को भी ज्ञापन दिया जाएगा। बावजूद इसके कोई पहल नही हुई तो आमरण अनशन भी किया जाएगा।