कंटेनर से सात क्विंटल गांजा जब्त, तस्कर गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर। डीआरआइ की विशेष टीम ने बरौनी जीरोमाइल से कंटेनर पर लदे सात क्विंटल 73 किलोग्राम गांजा के
मुजफ्फरपुर। डीआरआइ की विशेष टीम ने बरौनी जीरोमाइल से कंटेनर पर लदे सात क्विंटल 73 किलोग्राम गांजा के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। इसकी कीमत लगभग 39 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। बरौनी पुलिस के सहयोग से टीम ने बुधवार देर रात यह कार्रवाई की। गिरफ्तार तस्कर की पहचान अगरतला ( त्रिपुरा) के हरिदास सरकार के रूप में की गई। वह कंटेनर पर उपचालक है। चालक मौके से भाग निकाला। छानबीन में दोनों के गांजा तस्कर होने का पा चला। पूछताछ के बाद डीआरआइ की विशेष टीम मुख्य तस्कर की तलाश में कई जिलों में छापेमारी कर रही है। टीम ने पंजाब नंबर कंटेनर को जब्त कर लिया है। मालिक का पता लगाया जा रहा है।
तहखाने में रखा था छिपाकर : कंटेनर को पकड़ने के बाद टीम ने तलाशी ली। चालक की सीट के पीछे एक तहखाना देखा। इसे लॉक कर रखा था। खोलने पर इसके भीतर गांजा का पैकेट छिपाकर रखा मिला। कंटेनर का अन्य हिस्सा खाली था।
शराब अनलोड करने की चर्चा : सूत्रों की मानें तो कंटेनर के दूसरे हिस्से में शराब का कार्टन था। इसे बरौनी में अनलोड कर दिया गया था। चालक वहां पर इसका हिसाब करने गया था। इसी दौरान टीम ने कार्रवाई की तो गांजा के साथ उपचालक को पकड़ा। अधिकारियों ने शराब अनलोड की बात से अनभिज्ञता जताई है।
पटना पहुंचाना था : पूछताछ में उपचालक ने बताया कि त्रिपुरा में गांजा का पैकेट लोड किया गया था। इसे पटना पहुंचाना था। गत 12 जून को वहां से निकले थे। बरौनी पहुंचने पर एक व्यक्ति से मुलाकात करने को कहा गया। चालक उससे मिलने गया था। उसे पूरी बातों की जानकारी नहीं दी गई थी।
लेनी पड़ी पुलिस की मदद : गांजा सप्लाई की सूचना टीम को काफी पहले मिली थी। इसके बाद सही लोकेशन पता कर कंटेनर के पहुंचने का इंतजार करने लगे। इसी दौरान स्थानीय तस्करों का पता लगा। सुरक्षा की दृष्टिकोण से टीम ने बरौनी पुलिस से सहयोग लिया। ताकि, कार्रवाई के दौरान पेंच नहीं फंसे।
मिले थे छह हजार रुपये : रुपये के लालच में हरिदास गाजा तस्करी करने को तैयार हुआ था। एक खेप पहुंचाने के लिए त्रिपुरा के तस्कर ने उसे छह हजार रुपये देने का लालच दिया था। कंटेनर पर डाक पार्सल लिखा है। इसलिए जल्दी किसी को शक नहीं हुआ। पंजाब नंबर ट्रक से गांजा तस्करी करने के कारण शराब की खेप भी लोड करने का पता लगा है।
राजधानी से जुड़े तार : पूर्व में भी डीआरआइ की टीम ने त्रिपुरा से लोड हुए गांजा को जिले में पकड़ा था। तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस बार राजधानी से गांजा तस्करी के तार जुड़े हैं। बताया गया कि बड़ा सिंडिकेट इसके पीछे काम कर रहा है। टीम पूरे पता लगाकर इसे ध्वस्त करने में जुटी है।